आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राज्य में स्थापित सभी सात कंबल कारखानों का पुनरोद्धार कराते हुए सभी कंबल कारखानें फिर चालू करा दिये गये है साथ ही इनमें कंबलों का उत्पादन भी शुरू हो गया है। बाजार की मांग के अनुसार कम दर पर अच्छी गुणवत्ता और फिनीशिंग के कंबल तैयार कराने के लिए गोपीगंज, भदोही और नजीबाबाद में फिनिशिंग प्लांट संचालित हो रहे है। जल्द ही खजनी में एक नया फिनिशिंग प्लांट स्थापित कराया जायेगा।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा खादी एवं ग्रामोद्योग डॉ. नवनीत सहगल ने सोमवार को मीडिया को दी है। उन्होंने कहा है कि यूपी के सात जनपदों (गोरखपुर, बिजनौर, भदोही, अमेठी, जौनपुर, गाजीपुर व मिर्जापुर) में कंबल कारखाने स्थापित थे, लेकिन ये काफी लंबे समय से बंद चल रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिये थे कि प्रदेश में बंद सभी कंबल कारखानों को फिर संचालित कराया जाय। इन निर्देशों के अनुपालन में सभी कंबल कारखानों का पुनरोद्धार कराते हुए इनको चालू कराया गया है। साथ ही कंबलों के विपणन, फिनीशिंग, पैकेजिंग की बेहतर व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
तैयार किये जा चुके 2680 कबंल
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस साल ठंड के लिए सभी कंबल कारखानों में उत्पादन का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। भदोही के कारखानों को पांच हजार कंबल बनाने का लक्ष्य दिया गया है, जिसके सापेक्ष अब तक 2680 कबंल तैयार किये जा चुके है।
गोरखपुर को तीन हजार, बिजनौर को पांच हजार का लक्ष्य
इसी तरह जौनपुर तथा गोरखपुर को तीन हजार, बिजनौर को पांच हजार, मिर्जापुर को चार हजार, जबकि अमेठी व गाजीपुर के कारखाने को एक-एक हजार कंबल बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इन कारखानों में सात हजार से अधिक कंबल निर्मित किये जा चुके हैं।
एक हथकरघा से एक दिन में होते हैं चार से पांच कंबल तैयार
नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में स्थापित कंबल कारखानों में 49 हथकरघा चल रहें। एक हथकरघा से एक दिन में चार से पांच कंबल तैयार होते हैं। इन कंबलों को मुलायम और दिखने में आकर्षक बनाने के लिए फिनिशिंग प्लांट स्थापित कराये गये हैं। कंबलों की बढ़ते मांग को देखते हुए खजनी में एक नया प्लांट लगाने की कार्यवाही चल रही। उन्होंने बताया कि शीघ्र शुरू हो रही ठंड में सभी सरकारी विभागों में खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के कारखानों से कंबल खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी।