आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए गुरुवार से वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो गया। 28 अस्पतालों में बने 98 बूथों पर करीब 12,250 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा, जबकि राज्य में लगभग दो हजार सत्रों में दो लाख स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। इस क्रम मे लखनऊ के मेदांता अस्पताल में अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है जिन्होंने इतने कम समय में इतनी कारगर वैक्सीन बनाई।
साथ ही एडीजी ने फ्रंटलाइन वर्कर्स से टीकाकरण में सहयोग करने की अपील की है। एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार के साथ कई सीनियर अधिकारियों के साथ पुलिसकर्मियों ने वैक्सीन लगवाई है। मेदांता हॉस्पिटल में पुलिस विभाग के 250 लोगों ने वैक्सीन ली। कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद एडीजी ला एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि वैक्सिनेश को राष्ट्रीय पर्व की तरह लोगों को मनाना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने कोरोना वैक्सीन ली है मेरे साथ पुलिस विभाग के कई अधिकारियों और पुलिस कर्मियों ने वैक्सीन ली है। जिन्होंने फ्रंट लाइन ड्यूटी कर अपना फर्ज निभाया। वैक्सीन का किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं है लोगों से अपील करुंगा कि वो बढ़-चढ़कर वैक्सिनेशन में शामिल हो। इसे लेकर जो लोग भ्रम फैला रहे अफवाह फैला रहे, उनका तो ये काम ही है।
राजधानी के इन हॉस्पिटल में टीकाकरण
लखनऊ में बलरामपुर अस्पताल‚ वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय‚ केजीएमयू‚ पीजीआई‚ लोहिया संस्थान‚ सहारा हास्पिटल‚ अपोलो‚ मेदांता‚ फातिमा हास्पिटल‚ सिविल अस्पताल‚ लोकबंधु‚ रानी लक्ष्मीबाई महिला चिकित्सालय‚ चंदन‚ चिनहट पीएसची‚ सरोजीनगर‚ मोहनलालगंज और सभी आठों नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है।
हर एक सेंटर पर 125 लाभार्थियों को टीका
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजय भटनागर ने बताया कि दूसरे दौर के तहत 28 सेंटरों के 98 बूथों पर वैक्सीन लगाने का काम चल रहा है। हर एक बूथ पर 125 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी यानी करीब 12,250 लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। केजीएमयू में सर्वाधिक 20 बूथ बनाए गए है। इसके अलावा जिला जेल में भी दो बूथ बनाए गए हैं। शुक्रवार को भी इतने ही सेंटरों व लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी।