आरयू वेब टीम। कोरोना संकट के बीच देश में मात्र दो वैक्सीन के जरिए ही टीकाकरण अभियान किया जा रहा है, लेकिन जल्द ही इस अभियान में एक और वैक्सीन का नाम जुड़ जाएगा। अब कोविशील्ड और कोवैक्सीन के साथ रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी की खुराकें भी दी जाएंगी और अगले हफ्ते से ये वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। रविवार को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी की दूसरी खेप हैदराबाद पहुंची।
वैक्सीन के भारत पहुंचने के बाद रूसी राजदूत एन कुदाशेव ने इस वैक्सीन को रशियन-इंडियन वैक्सीन का नाम दिया। उन्होंने कहा कि रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-वी के असर के पूरे दुनिया में चर्चे हैं। सभी अच्छी तरह से जानते हैं कि स्पूतनिक-वी कोरोना के खिलाफ कितनी कारगार है।
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इसके अलावा रूसी राजदूत एन कुदाशेव ने जानकारी दी कि भारत में एक खुराक वाली स्पूतनिक लाइट वैक्सीन के उत्पादन पर भी जोर दिया जाएगा। एन कदाशेव ने कहा कि रूसी के जानकारों ने इस वैक्सीन को कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावशाली बताया है। यही नहीं रूसी राजदूत ने स्पूतनिक-वी को रशियन-इंडियन वैक्सीन तक कह डाला।
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि स्पूतनिक-वी का उत्पादन भारत में धीरे-धीरे बढ़ेगा और कंपनी मिलकर एक साल में 85 करोड़ खुराकें तैयार करेगी। बता दें कि देश में पहले से ही दो वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही हैं। अब ऐसे में स्पूतनिक-वी के बाजार में उपलब्ध हो जाने से वैक्सीनेशन में तेजी तो आएगी, साथी ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग सकेगी।