आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में राजधानी के मानक नगर स्थित अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) के डायरेक्टर टेलीकॉम नवनीत कुमार वर्मा और उनकी पत्नी गुंजा वर्मा के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शिकंजा कस लिया है। शुक्रवार को सीबीआइ ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया। नवनीत के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले की जांच काफी समय से चल रही थी।
आरीडीएसओ के टेलिकॉम डायरेक्टर नवनीत वर्मा के खिलाफ केस दर्ज कर सीबीआइ ने लखनऊ, जौनपुर और मऊ में उनके ठिकानों पर छपेमारी भी की। यहां से कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए। अधिकारियों के मुताबिक 2006 बैच के आइआरएस अफसर नवनीत वरिष्ठ मंडल सिग्नल और दूरसंचार अभियंता (सीनियर डीएसटीई) के पद पर पदोन्नति के बाद, 2915 से 2016 तक पूर्व रेलवे, मालदा टाउन (पश्चिम बंगाल) में पोस्ट रहे।
इसके बाद अगस्त 2017-18 में वह संयुक्त निदेशक आरडीएसओ, लखनऊ के रूप में तैनात रहे। आरोप है कि उक्त लोक सेवक ने संपत्ति का 2015 से 2017 तक करीब 76 करोड़ 45 लाख 92 रुपये की संपत्ति बनाई जो उनकी आय से कई गुना ज्यादा था। इसी दौरान उन्होंने अपनी पत्नी गुंजा के नाम पर 81 लाख 42 हजार 360 रुपये की प्रॉपर्टी बनाई। अधिकारियों का कहना है कि लखनऊ, जौनपुर और मऊ में उनके कार्यालय और आवासीय परिसरों की तलाशी में प्रोपर्टी से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए हैं।
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गौरतलब है कि जौनपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के चहारसू चौराहा स्थित नन्हे लाल सेठ की दुकान है। वह कीर्ति कुंज के विभिन्न फर्मों के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। इसी दुकान से सटा उनका मकान भी है। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे सीबीआइ की टीम स्थानीय पुलिस साथ छापेमारी के लिए पहुंची। पहले इनकम टैक्स के छापे की चर्चा हुई। एक घंटे तक गेट खुलवाने के लिए अफसरों को परेशान होना पड़ा। पट्टीदार की मदद से किसी तरह गेट खुलवाया गया। फर्म के मालिक नन्हे लाल वर्मा जौनपुर के बड़े स्वर्ण व्यवसाई हैं।
पुलिस ने बताया कि नन्हे लाल सेठ का आइईएस (भारतीय इंजीनियरिंग सेवा) दामाद नवनीत लखनऊ में तैनात है। उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का आरोप है। उसी मामले की जांच में सीबीआई जुटी है। जांच के क्रम में ही सीबीआई की एक टीम नवनीत के ससुराल पहुंची है। ससुराल के लोगों से पूछताछ की।