आरयू वेब टीम। किसानों ने दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर के पास एनएच 24 पर फ्लाईओवर के नीचे दिल्ली जाने वाली सर्विस लेन को बंदकर रखा था। हालांकि अब इसे खोल दिया गया है। किसानों ने रास्ता खोलने का फैसला सुप्रीम कोर्ट के ताजा टिप्पणी के बाद लिया है। सुप्रीम कोर्ट के सख्त टिप्पणी के बाद किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर खाली करने की शुरुआत कर दी है।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान यहां कई महीनों से बैठे हैं। किसानों ने दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर के पास एनएच 24 पर फ्लाईओवर के नीचे दिल्ली जाने वाली सर्विस लेन को बंद कर रखा था। हालांकि अब इसे खोल दिया गया है। किसानों ने रास्ता खोलने का फैसला सुप्रीम कोर्ट के ताजा टिप्पणी के बाद लिया है।
आज फिर किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे, टिकैत ने कहा कि हम सब हटा देंगे, लेकिन इसके बाद हम दिल्ली जाएंगे और वहां पार्लियामेंट में बैठेंगे जहां कानून बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कहा कि हमें तो दिल्ली जाना है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली जाना है या नहीं जाना है यह संयुक्त किसान मोर्चा तय करेगा। साथ ही राकेश टिकैत ने दावा किया कि भारत सरकार जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लेगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। किसान अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे लेकिन लोगों को रास्ता दिया जाएगा। राकेश टिकैत ने साफ कहा कि हमने रास्ता नहीं रोका है। सड़क पर पुलिस ने बैरिकेड लगाए हैं।
यह भी पढ़ें- मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में उमड़ा अन्नदाताओं का सैलाब, राकेश टिकैत बोले, काले कानूनों की वापसी के बिना नहीं लौटेंगे किसान
गौरतलब है कि सड़कें बंद करने के मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि किसानों को विरोध करने का अधिकार है लेकिन सड़कों को अनिश्चितकाल के लिए अवरुद्ध नहीं किया जा सकता है। इस मामले को लेकर अब सुप्रीम कोर्ट सात दिसंबर को अगली सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने सड़क से हटने को लेकर किसान संगठनों को जवाब दाखिल करने का समय दिया है।