मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत में उमड़ा अन्‍नदाताओं का सैलाब, “राकेश टिकैत बोले, काले कानूनों की वापसी के बिना नहीं लौटेंगे किसान”

मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत

आरयू वेब टीम। मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा लंबे समय से लगातार प्रदर्शन कर रहा है। इसी क्रम में रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत का आयोजन किया है। इस महापंचायत के कारण किसान नेता राकेश टिकैत का आज पूरे दस महीने बाद मुजफ्फरनगर जाना होगा। महापंचायत शुरू होने से पहले उनका एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जब तक काले कानूनों की वापसी नहीं होगी तब तक वे घर वापसी नहीं करेंगे।

साथ ही ये भी कहा कि इसे आप जो भी मानें, लेकिन जब तक कानून वापसी नहीं होगी तब तक घर वापसी नहीं। जो लोग आजादी की लड़ाई के लिए लड़े, उन्हें काला पानी की सजा हुई तो वो कभी घर गए ही नहीं। ये भी एक प्रकार का काला कानून है और जब तक इसकी वापसी नहीं होगी तब तक किसान घर नहीं जाएंगे।

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इस महासभा में आज सुबह से ही लाखों किसानों का हुजुम आना शुरू हो गया था। एक महिला किसान ने बताया, “हम यहां तीन कानूनों को वापस कराने के लिए इकट्ठा हुए हैं। पीएम से हमारा अनुराध है कि इस आंदोलन को नौ महीने हो गए हैं इससे और न बढ़ाएं तथा तीन कानूनों को वापस लें।”

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बता दें कि इस महापंचायत को देखते हुए यूपी पुलिस प्रशासन हाई-अलर्ट पर है। मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इतना ही नहीं प्रशासन ने मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के जिलों में आइपीएस भेजे गए हैं।

बता दें कि टिकैत मुजफ्फरनगर के ही रहने वाले हैं। जब किसान आंदोलन शुरू हुआ है तब से टिकैत ने यहां कदम नहीं रखा है। महापंचायत शुरू होने से पहले टिकैत ने कहा, ‘जब से आंदोलन शुरू हुआ है तब से मैं पहली बार मुजफ्फरनगर जा रहा हूं और वो भी गलियारे से जाउंगा। वहां की जमीन पर कदम भी नहीं रखूंगा और अपने घर की तरह देख लूंगा, वहां के लोगों को देख लूंगा।’