कांग्रेस के बाद भाजपा के गांधी भी किसानों के समर्थन में उतरे, “कहा, यह अपना ही खून, हमें समझना होगा इनका दर्द”

वरुण गांधी

आरयू वेब टीम। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध व किसानों के समर्थन कर रहे कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी काफी समय से मोदी सरकार की नीतियों पर हमलावर हैं। वहीं इन सबके बीच रविवार को कृषि कानूनों के खिलाफ यूपी के मुजफ्फरनगर में जारी किसान महापंचायत के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों को भाजपा के सांसद वरुण गांधी का भी साथ मिला है। भले ही मोदी सरकार और बीजेपी कृषि कानूनों की वापसी को नकार रही है, मगर भाजपा सांसद वरुण गांधी किसानों के पक्ष में आज आवाज उठाते दिखे। किसान महापंचायत के इतर रविवार को भाजपा सांसद वरुण गांधी ने किसानों का दर्द समझने की अपील की है और कहा है कि वे अपने ही खून हैं और हमें उनका दर्द समझना होगा।

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने आज अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा, ‘मुजफ्फरनगर में आज प्रदर्शन के लिए लाखों किसान जुटे हैं। वो हमारा ही खून हैं। हमें उनके साथ फिर से सम्मानजनक तरीके से जुड़ने की जरूरत है। उनका दर्द समझें, उनका नजरिया देखें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें।’ वरुण ने इसके साथ ही एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जो किसान महापंचायत का है।

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वरुण गांधी के इस ट्वीट को भाजपा के ही एक और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी रीट्वीट किया है। वरुण का यह बयान इसलिए भी मायने रखता है, क्योंकि भाजपा कृषि कानूनों का पूरजोर समर्थन कर रही है। एक ओर जहां भाजपा और मोदी सरकार कृषि कानूनों को डिफेंड कर रही है, वहीं किसान संगठन इसका विरोध कर रहे हैं और काला कानून बताकर इसकी वापसी की मांग पर टिके हैं।

बता दें कि मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान पंचायत में देशभर से सैकड़ों किसानों का सैलाब इसमें हिस्सा लेने के लिए पहुंचा है। इसमें महिलाएं भी बढ़-चढ़कर शामिल हुई हैं। महापंचायत के मद्देनजर सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल तैनात हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं। इस बीच मंच से ही किसान नेता राकेश टिकैत ने हुंकार भरी है और कहा कि जब तक कानूनों की वापसी नहीं होती, तब तक किसानों की भी घर वापसी नहीं होगी।

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माना जा रहा है कि महापंचायत में अगले साल यूपी और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए भी रणनीति बन सकती है। इस महापंचायत में देशभर के 300 से ज्यादा सक्रिय संगठन शामिल हुए हैं। महापंचायत के मंच पर राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव सहित कई अन्य किसान नेता मौजूद हैं।