आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण की टेंडर प्रक्रिया पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप है कि जनेश्वर मिश्रा पार्क में इंट्री टिकट व गेट की दुकानों से एलडीए खुद ढाई करोड़ रुपये की साल में कमाई कर सकता था, लेकिन बड़े स्तर से भ्रष्टाचार करते हुए इसे मात्र 76 लाख रुपये में ही ठेकेदार को सौंप दिया गया है। लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने इस बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ से लिखित शिकायत करते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच करा विभाग को आर्थिक क्षति पहुंचाने वाले दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
यह भी पढ़ें- आखिरकार LDA VC के रडार पर आए टेंडर पूल कराने वाले इंजीनियर, मचा हड़कंप, सचिव की अध्यक्षता में कमेटी करेगी दो लाख से 19 करोड़ तक के 58 संदिग्ध टेंडरों की जांच
जनेश्वर मिश्र पार्क से ढाई करोड़ रुपये कमाने के पक्ष में महासमिति ने तर्क देते हुए अपनी शिकायत में दावा किया है कि कोरोना काल के बावजूद एलडीए के ही कर्मचारियों ने सिर्फ छह महीने में ही पार्क की इंट्री टिकट के रूप में करीब 96 लाख रुपये की वसूली कर प्राधिकरण के खाते में जमा कराए थे। इसे नजरअंदाज करते हुए प्राधिकरण कर्मचारियों को हटाकर अधिकारियों ने न सिर्फ 76 लाख में पूरे साल का ठेका दे दिया, बल्कि पार्क के गेटों पर लगने वाली 12 दुकानों की किराए से होने वाली आमदनी को भी अपने मनमाने टेंडर के जरिए ठेकेदार की झोली में डाल दी। इस प्रकार एलडीए को साल में करीब पौने दो करोड़ के राजस्व का चूना लगाने की तैयारी टेंडर कराने वालों ने की है।
यह भी पढ़ें- अब टेंडर पूलिंग, अवैध निर्माण व संपत्ति के रेकॉर्ड में छेड़छाड़ करने वालों पर टेक्नोलॉजी के जरिए ‘प्रहार’ करेगा LDA
टिकट की टाइमिंग बढ़ाना जनता के साथ धोखा
महासमिति के अध्यक्ष उमा शंकर दुबे की ओर से सीएम से की गयी शिकायत में जनेश्वर पार्क के इंट्री टिकट की टाइमिंग बढ़ाने को जनता के साथ धोखा बताते हुए इसे पहले की तरह बहाल करने की भी मांग की गयी है। महासमिति ने टेंडर प्रक्रिया की मंशा पर एक और सवाल उठाते हुए कहा है कि एलडीए खुद ठंड में शाम पांच, जबकि गर्मी में शाम सात बजे तक इंट्री टिकट लगाता था, लेकिन नए टेंडर में इसे सर्दी में बढ़ाकर शाम छह बजे, जबकि गर्मी में टिकट की टाइमिंग बढ़ाते हुए रात आठ बजे तक कर दी गयी है।
यह भी पढ़ें- आदेश के महीनों बाद भी जोन दो के इंजीनियरों ने नहीं छोड़ी कुर्सी, एलडीए में जोनल सिस्टम शुरू होने से खुला मामला, नए अफसर ने भी बरसा दी कृपा
आरोपों के अनुसार इस तरह से समय बढ़ाना न सिर्फ जनता के साथ धोखा है, बल्कि एलडीए के राजस्व के साथ भ्रष्टाचार भी है। इसके अलावा महासमिति ने टिकट वसूली में लगी कंपनी के कर्मचारियों पर पार्क में आने वालों के साथ बदसलूकी करने का भी आरोप लगाया है।
यह भी पढ़ें- इंट्री टिकट के नाम पर जनेश्वर पार्क में डंके की चोट पर मनमानी वसूली, मुफ्त प्रवेश की जगह मासूमों की भी कट रही जेब
वहीं इस मामले में जोन एक के प्रभारी अधिशासी अभियंता एके सिंह का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है। टिकट की टेंडर प्रक्रिया को पूरी पादर्शिता के साथ पूरा किया गया है। छह महीने में 96 लाख की एलडीए की ओर से वसूली की है या नहीं इस बारे में वह पता लगाने के बाद ही बता पाएंगे।