पुण्‍यतिथि पर बाबा साहब को याद कर बोलीं मायावती, “सड़क पर उतरने से नहीं, BSP को सत्‍ता में लाने से बचेगा संविधान”

मायावती

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्‍यतिथि के मौके पर सोमवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्‍हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए याद किया। इस मौके पर मायावती ने केंद्र व राज्‍य की सरकारों को संविधान विरोधी बताते कहा है कि सड़कों पर उतरने की जगह सत्‍ता परिवर्तन कर बसपा की सरकार लाने से ही संविधान बचेगा। इस दौरान उन्‍होंने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला।

यूपी की पूर्व सीएम आज बसपा के प्रदेश मुख्‍यालय पर मीडिया से बात कर रहीं थीं। एक सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि संविधान बचाने के लिए सड़कों पर उतरने से नहीं, बल्कि सत्‍ता परिवर्तन करने से काम चलेगा। सत्‍ता में बाबा साहब के विरोधी लोग बैठें हैं, तो हम सड़कों पर उतर का क्या करेंगे? हमें सत्‍ता परिवर्तन करना होगा। अभी केंद्र व राज्यों में ऐसी सरकारें बैठी हैं जो संविधान के हिसाब से नहीं चल रही हैं तो उसका एक ही रास्ता है कि उनको सत्ता से बाहर करके बीएसप. को सत्ता में लाना। तभी संविधान बचेगा व सही ढंग से लागू भी होगा।

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अभी विजय मिली नहीं, तब है यह हाल 

वहीं एक अन्‍य सवाल के जवाब में सपा पर हमला बोलते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि यूपी की जनता को अच्छी तरह से मालूम है कि तरहत-तरह का गठबंधन करने वाले यह कौन लोग हैं? यह जो पार्टी विजय रथ यात्रा निकाल रही है तो अभी तो विजय हुई नहीं है इनको। लेकिन कल मैं देख रही थी चंदौली की घटना कि समाजवादी पार्टी के लोग किस प्रकार से कानून को अपने हांथ में लेकर व उनके विधायक का भी किस प्रकार से पुलिस के साथ गलत व्‍यवहार रहा है, यह सब किसी से छिपा नहीं है। अभी तो विजय भी मिली नहीं है तब यह हाल है। तो जनता क्या देख नहीं रही है। इसीलिए गठबंधन कर लें,  कुछ भी कर लें, जनता को यह मालूम है कि सपा के शासनकाल में गुण्डागर्दी व माफियागर्दी चरम सीमा पर थी और बीएसपी के शासनकाल में हर मामले में व हर स्तर पर कानून द्वारा कानून का राज चलता था।

ज्‍यादती करने वाले कर लेते हैं मीडिया को मैनेज  

यूपी में खासकर दबे-कुचल व वीकर सेक्शन के लोग हैं उनपर जुल्म किसी न किसी रूप में हर दिन हो रहा है। मीडिया को ज्‍यादती करने वाले मैनेज कर लेते हैं और इसीलिए मीडिया में जो भी खबरें आती हैं वे आंटे में नमक के बराबर ही होती हैं।

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