मोदी सरकार को मायावती की नसीहत, “नागरिकता कानून वापस लेकर, अर्थव्‍यवस्‍था, महंगाई व बेरोजगारी पर दें ध्‍यान”, वरना…

मुस्लिमों पर ज्‍यादती

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जहां एक ओर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। वहीं गुरुवार को यूपी की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही मायावती ने मोदी सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि देश व व्यापक जनहित में केंद्र को चाहिए कि वह नए नागरिकता कानून को वापस लेकर अन्‍य राष्‍ट्रीय समस्‍याओं पर ध्‍यान केंद्रित करें।

बसपा सुप्रीमो ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर कहा कि देश व व्यापक जनहित में केंद्र को चाहिए कि वह नए नागरिकता कानून को वापस लेकर अर्थव्यवस्था की बदहाली, बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी, रूपए की गिरती कीमत आदि की राष्ट्रीय समस्याओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित करे, वरना जनता इनका भी हाल साल 2014 के कांग्रेस जैसा ही करने में देर नहीं करेगी।

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वहीं नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध जारी आंदोलन व खासकर अलीगढ़ व जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर हुई पुलिस द्वारा की गई बर्बता पर विरोध प्रकट करने व इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर बीएसपी का संसदीय दल ने राष्ट्रपति से मुलाकात की।

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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के कई विश्‍वविद्यालयों सहित देश में जगह-जगह पर प्रदर्शन हो रहे है। संशोधित कानून में 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना के शिकार गैर मुस्लिमों को नागरिकता देने का प्रावधान है। विरोध करने वालों का कहना है कि धर्म के आधार पर नागरिकता देना संविधान के खिलाफ है।

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