आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की पुण्यतिथि पर आज समाजवादियों ने उन्हें याद किया। सपा के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर मार्ल्यापण करने के बाद सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि चन्द्रशेखर जी समाजवादी विचारधारा के बड़े नेता थे।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण की गिरफ्तारी की जानकारी होने पर कांग्रेसी सांसद होने के बाद भी उन्होंने गिरफ्तारी दी थी। वे पूंजीवाद के प्रबल विरोधी थे। उन्होंने अपने जीवन में विचारधारा से हटकर कभी समझौता नहीं किया।
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मुख्य प्रवक्ता ने भाजपा सरकार को निशाना बनाते हुए कहा कि वर्तमान समय में उनकी विचारधारा को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आगे ले जा रहे हैं। सामाजिक विषमता और आर्थिक गैर-बराबरी के विरूद्ध समाजवादी विचारधारा ही विकल्प है। समाजवादी व्यवस्था में सांप्रदायिकता और पूंजीवाद के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता। सांप्रदायिकता और समाजवाद एक साथ नहीं चल सकता।
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श्री चौधरी ने कहा कि आज जब देश में पूंजीवादी ताकतों और साम्प्रदायिकता से लड़ने की सबसे अधिक जरूरत दिखाई दे रही है। ऐसे में नौजवानों को चन्द्रशेखर के बारे में जानना चाहिए। साथ ही उनकी ‘जेल डायरी‘ और ‘यंग इण्डिया‘ के माध्यम से संघर्ष एवं विचार की समझ बढ़ानी चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री ने देश की तत्कालीन समस्याओं के साथ गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी की जटिलता को महसूस किया था।
कार्यक्रम में मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी के अहमद हसन, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, सुनील यादव, उदयवीर सिंह, राजपाल कश्यप, राकेश प्रताप सिंह, राहुल सिंह, मोहम्मद एबाद, मुनीर अहमद, विजय यादव, रमेश प्रजापति, मधुसूदन सिंह, मधुकर त्रिवेदी, मणेंद्र मिश्र, अनिल यादव ‘मास्टर‘, अमित त्रिपाठी समेत अन्य सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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