आरयू ब्यूरो,लखनऊ। लखीमपुर हिंसा मामले में एसआइटी ने अपनी चार्जशीट सोमवार को फाइल कर दी है। इतना ही नहीं इस पांच हजार पन्नों की चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपित बनाया गया है। आज एसआइटी ने सीजेएम कोर्ट में ये चार्जशीट दायर की है। इस कांड में आशीष मिश्रा समेत 16 लोगों को घटना का आरोपित बनाया गया है।
एक और खास बात यह है कि एसआइटी की इस चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के एक और करीबी वीरेंद्र शुक्ला को भी आरोपित बनाया गया। इस तरह अब मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा सहित कुल 16 आरोपित हो गए हैं।
गौरतलब है कि बीते साल 2020 की तीन अक्टूबर को आशीष मिश्रा के समर्थकों और किसानों के बीच संघर्ष के दौरान आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस कांड में आशीष मिश्रा समेत अन्य आरोपितों को हत्या का आरोपित बनाया गया है। इतना ही नहीं चार्जशीट के अनुसार , एक सोची समझी साजिश के तहत प्रदर्शन कर जा रहे किसानों को जीप और एसयूवी से बुरी तरह से कुचला गया था, जिसमें चार किसानों की मौत हो गयी थी।
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इस घटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ‘टेनी’ के पुत्र आशीष मिश्रा और उसके दर्जन भर साथियों के खिलाफ चार किसानों को थार जीप से बेवजह और बुरी तरह से कुचलकर मारने और उन पर फायरिंग करने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। फिलहाल आशीष मिश्रा अपने साथियों समेत उपरोक्त सभी आरोपों में जेल में बंद है। वहीं आशीष मिश्रा और उसके साथियों के खिलाफ किसानों की तरफ से दी गई एफआइआर के आधार पर हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई गंभीर धाराओं में इस घटना के संबंध में मामला दर्ज किया गया है।