आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (आरपीएन सिंह) ने आज सुबह कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। आरपीएन सिंह मंगलवार को दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र व डिप्टी सीएम केशव मौर्या और स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा की सदस्यता दिलाने के बाद केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारतीय जनता पार्टी आरपीएन सिंह जी का मैं भारतीय जनता पार्टी परिवार में स्वागत करता हूं। उनके साथ दो अन्य साथी भी भाजपा में शामिल हुए हैं, मैं उनका भी पार्टी में स्वागत करता हूं।
वहीं भाजपा में शामिल होने के बाद आपीएन सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 32 सालों तक मैंने एक पार्टी में रहा ईमानदारी से, लगन से मेहनत की। परन्तु जिस पार्टी में इतने साल रहा अब वो पार्टी रह नहीं गई ना वो सोच रह गई जहां मैंने शुरूआत की थी। साथ ही कहा अगर देश में राष्ट्र निर्माण करना है और देश को आगे बढ़ाना है तो मैं एक छोटे कार्यकर्ता की हैसियत से हमारे प्रधानमंत्री मोदी के सपनों को पूरा करने के लिए जो भी प्रयास होगा अवश्य करूंगा।
इससे पहले आरपीएन सिंह ने ट्वीट किया, ”यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान के लिए तत्पर हूं।”
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गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मंगलवार सुबह ही कांग्रेस से इस्तीफा दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने जनता और पार्टी की सेवा करने का अवसर देने के लिए कांग्रेस का आभार जताया।
आरपीएन कुछ दिनों से कांग्रेस की गतिविधियों में सक्रियता नहीं दिखा रहे थे और तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि वह पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। यूपीए-2 सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में काम कर चुके आरपीएन अभी झारखंड के कांग्रेस प्रभारी भी थे। आरपीएन 1996 से 2009 तक पडरौना से कांग्रेस के विधायक रहे हैं। 2009 में वह कुशीनगर (तत्कालीन पडरौना लोकसभा) सीट से लोकसभा सांसद चुने गए और केंद्र में मंत्री बने।