आरयू ब्यूरो,लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की पिछली सरकारों पर अपने-अपने शासनकाल में पुलिस को व्यक्तिगत उपयोग की चीज बना लेने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को दावा किया कि उनकी सरकार ने पुलिस सुधार की दिशा में ठोस कार्य किए हैं, जबकि ‘पिछली सरकारें पुलिस सुधार करने में नाकाम साबित हुई थीं’।
मुख्यमंत्री ने आज प्रेसवार्ता में अपनी सरकार के पांच साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा पेश करते हुए कहा “पिछली सरकारें पुलिस सुधार करने में नकाम थीं क्योंकि वे पुलिस को अपना व्यक्तिगत औजार बना कर उसका दुरुपयोग करना चाहती थीं। भाजपा की सरकार ने पुलिस सुधार में कोई कोताही नहीं बरती। हमने चार पुलिस कमिश्नरेट बनाए हैं। हर थाने और पुलिस लाइन में पुलिस कार्मिकों के लिए आवासीय व्यवस्था की गई है।”
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साथ ही योगी ने आरोप लगाया, ‘पहले, सत्तारूढ़ दल द्वारा पुलिस को अपने व्यक्तिगत स्वार्थों का एजेंडा बना लिए जाने की वजह से पुलिस बल में भर्तियां नहीं हो पाती थीं। मगर भाजपा की सरकार ने पुलिस के लगभग डेढ़ लाख पदों पर पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती की हैं। इसके अलावा 86,000 पुलिसकर्मियों की पदोन्नति लंबित थी,जो उन्हें दी गई है। तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है।’
योगी ने तुलनात्मक आंकड़े पेश करते हुए दावा किया, ‘वर्ष 2007 से 2012 के बीच सत्तारूढ़ बसपा सरकार के समय दंगे की 364 घटनाएं हुई थीं। 2012 से 2017 के बीच सपा के शासनकाल में बड़े दंगों की 700 से अधिक वारदात हुई, जिनमें कई लोग मारे गए। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद से अब तक राज्य में एक भी दंगा नहीं हुआ और ना ही कोई आतंकवादी घटना घटी।’
‘प्रदेश में स्थापित किए एंटी रोमियो स्क्वाड
योगी ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में पुलिस में महिलाओं को वाजिब हिस्सेदारी दी गई है। ‘‘उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने हर ग्राम पंचायत में महिला बीट पुलिस अधिकारी की तैनाती की है। साथ ही ई-अभियोजन में सर्वाधिक कार्यवाही की गई। उत्तर प्रदेश में 1535 थानों में एंटी रोमियो स्क्वाड और महिला हेल्प डेस्क पहले से ही स्थापित हैं।’
‘अपराधिक मामलों में आई कमी’
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016-17 की तुलना अगर 2020-2021 से करें तो राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, अपराध के मामलों में कमी आई है। साथ ही कहा कि उनके शासनकाल के दौरान पुलिस के साथ मुठभेड़ में 155 दुर्दांत अपराधी मारे गए और 3638 घायल हुए।‘‘इन कार्रवाइयों में पुलिस के 13 जवान शहीद हुए, जबकि 1236 घायल हुए। इस दौरान गैंगस्टर एक्ट के तहत 48038 अभियुक्त गिरफ्तार हुए और 694 अपराधियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई हुई।’
योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने भू माफिया रोधी कार्यबल के माध्यम से प्रदेश में 66 हजार हेक्टेयर भूमि को भू माफियाओं से मुक्त कराकर प्रदेश में सार्वजनिक संस्थान खोलने, मेडिकल कॉलेज बनाने, विश्वविद्यालयों की स्थापना करने, डिफेंस कॉरिडोर के साथ-साथ निवेश का एक ‘‘लैंड बैंक’’ बनाने में भी सफलता प्राप्त की है।