आरयू वेब टीम।
असम में पहली बार आयोजित पहली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट हिस्सा बने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम का इनॉगरेशन किया। गुवाहाटी में चलने वाले दो दिवसीय समिट के जरिए सरकार निवेशकों को राज्य की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी और जियो-स्ट्रैटेजिक फायदों की जानकारी देगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने आसियान देशों का जिक्र करते हुए कहा, हम सभी कृषि आधारित देश हैं, इसलिए केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये राज्य अब तरक्की की दिशा में आगे चल पड़ा है। एक्ट ईस्ट पॉलिसी लोगों को जोड़ रही है। कुछ बदले या न बदले, लेकिन लोगों की सोच बदली है। मेरा मानना है कि इंफाल से लेकर गुवाहाटी तक और कोलकाता से पटना तक पूर्वी भारत के विकास का नया केंद्र बनना चाहिए।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि आसियान-इंडिया भागीदारी भले ही 25 साल पुरानी हो, लेकिन आसियान के सदस्य देशों के साथ हमारे संबंध हजारों साल पुराने हैं। मोदी ने भारत को एक आकर्षक निवेश स्थल बताते हुए कहा कि आज ये देश दुनिया में सबसे आकर्षक निवेश स्थल बन गया और यही वजह है कि 2016- 17 में भारत में 60 अरब डालर का सर्वाधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है।
कार्यक्रम के विषय मे बताते हुए अएसम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा, ‘अभी तक 4,500 प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है। इसमें 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।’ कार्यक्रम के पहले दिन भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे मौजूद रहे।
वहीं देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी मुकेश अंबानी और रतन टाटा जैसे उद्योगपति भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। दो दिवसीय इस सम्मेलन में असम में उपलब्ध निर्यात उन्मुख विनिर्माण अवसरों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस दौरान आसियान और दक्षिण एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को दी जाने वाली विशेष सेवाओं के बारे में भी बताया जाएगा।