आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सरकार प्रदेश में पूंजी निवेश को प्रोत्साहन देने, रोजगार के व्यापक अवसर सृजित करने तथा प्रदेश के सभी क्षेत्रों में उद्यमियों को विभिन्न ईकाइयों की स्थापना के लिए बढ़ावा देने के लिए कृत संकल्पित है। यह बातें आज प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में फरवरी, 2018 में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियों के अंतर्गत शहर की सफाई एवं सौन्दर्यीकरण, समिति, अतिथि समिति एवं मीडिया समिति की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि विभिन्न रोड-शो में उद्यमियों द्वारा लगभग 2.53 लाख करोड़ रुपए के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। दिल्ली में आयोजित रोड-शो में 27 हजार करोड़ रुपये, बंगलौर के रोड-शो में छह हजार करोड़ रुपये, हैदराबाद के रोड शो में 11 हजार पांच सौ करोड़ तथा मुंबई के रोड-शो में 1.25 लाख करोड़ रुपए का निवेश किए जाने के प्रस्ताव विभिन्न औद्योगिक घरानों तथा उद्यमियों ने दिए हैं।
सीएम की बड़ाई करते हुए सतीश महाना ने कहा कि सरकार द्वारा राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रभावी कदम उठायें जाने और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने के कारण ही उद्यमियों ने खुद ही प्रदेश में आकर निवेश करने की इच्छा जताई है। इसके साथ ही पांच जनवरी को कोलकाता तथा इसके बाद अहमदाबाद में रोड-शो का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भी अच्छे परिणाम मिलने की पूरी उम्मीद है।
नीदरलैण्ड, फिनलैण्ड तथा चेक गणराज्य की मिल चुकी सहमति
औद्योगिक विकास मंत्री ने सभी विभागों के प्रमुखों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने विभागों के प्रॉजेक्ट प्रोफाइल तैयार करके औद्योगिक विकास आयुक्त को तत्काल उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि इस समिट में देश के ही नहीं बल्कि विदेशी निवेशक भी हिस्सा लेंगे। समिट के कन्ट्री पार्टनर नीदरलैण्ड, फिनलैण्ड तथा चेक गणराज्य की सहमति प्राप्त हो चुकी है। इसके साथ ही भारत स्थित विभिन्न दूतावासों द्वारा भी समिट में प्रतिभाग किया जायेगा।
शीध्र पूरी करें तैयारी ताकि न हो बाद में दिक्कत
विभिन्न विभागों को यह भी निर्देश दिया कि इन्वेस्टर्स समिट के मद्देनजर इस आयोजन को फोकस करके लोगों को इसके बारे में विस्तार से जानकारी भी दी जाए। उन्होंने कहा कि समिट में प्रतिभाग करने वाले विभाग सभी आवश्यक व्यवस्थाएं गुणात्मक ढंग से शीघ्र ही पूरा कर लें, ताकि बाद में कोई कठिनाई न हो।
कौशल विकास के लिए होगा अलग से सत्र
औद्योगिक विकास आयुक्त अनूप चन्द्र पाण्डेय ने सफाई व्यवस्था एवं सौन्दर्यीकरण, अतिथ समिति एवं मीडिया समिति के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग अपने-अपने स्तर से बैठक कर आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करें।
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साथ ही आईटी, खाद्य प्रसंस्करण, वैकल्पिक ऊर्जा, ऊर्जा, टेक्सटाइल, औद्योगिक विकास, पशुधन, दुग्ध विकास, पर्यटन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, परिवहन, सिंचाई एवं फिल्म के क्षेत्र में निवेशकों द्वारा रूचि दिखाई गयी है। कौशल विकास के क्षेत्र में अनेक उद्यमियों ने अपनी रूचि प्रदर्शित की है। इसके लिए एक विशेष सत्र अलग से रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि कुल 12 सत्र आयोजित होंगे। इस समिट के मुख्य पार्टनर फिक्की और भारतीय उद्योग परिसंघ हैं। इसके अलावा आईआईटी एवं आईआईएम को भी विशेष पार्टनर के रूप में रखा गया है।
समिट में भाग लेने के लिए DM भी करें उद्यमियों को प्रेरित
अनूप चन्द्र ने आगे कहा कि समिट में देश एवं विदेश के उद्योगपतियों, निवेशकों, विभिन्न देशों के राजदूतों के अलावा बड़ी संख्या में केन्द्रीय मंत्रिगण भी भाग लेंगे। उन्होंने समीक्षा बैठक के माध्यम से जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में 21 एवं 22 फरवरी को आयोजित इन्वेस्टर्स समिट का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। साथ ही इसमें भाग लेने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों से उद्यमियों को प्रेरित भी करें।
बैठक में ये रहें मौजूद
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास, आलोक सिन्हा, प्रमुख सचिव खादी एवं ग्रामोद्योग नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं सूचना अवनीश अवस्थी के अलावा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, नगर विकास, ऊर्जा, नागरिक उड्डयन, पशु पालन, लोक निर्माण, व्यवसायिक शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों समेत कमिश्न लखनऊ अनिल कुमार गर्ग, डीएम लखनऊ कौशलराज शर्मा मौजूद रहें।