आरयू वेब टीम। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों के बीच बुधवार को हुई आपसी गोलीबारी में छह जवानों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए हैं। घायल जवानों को हेलिकॉप्टर से रायपुर रैफर किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, आइटीबीपी का यह कैंप धौदई क्षेत्र में कडेनार में है। बताया जा रहा है कि दो दिनों से किसी बात को लेकर जवानों के बीच विवाद चल रहा था। बुधवार सुबह 8.45 बजे एक जवान ने अपने हथियार से जवानों पर फायरिंग कर दी। इसमें पांच जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए। इलाज के दौरान एक और जवान ने दम तोड़ दिया।
यह भी पढ़ें- CISF के जवान ने चार साथियों को गोलियों से भूना, वजह जानकर रह जाएंगे दंग
वहीं घटना की पुष्टि नारायणपुर एसपी मोहित गर्ग ने की है। मिली जानकारी के अनुसार बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने मीडिया को बताया कि नारायणपुर जिले के कडेनार गांव में स्थित आइटीबीपी के 45वीं बटालियन के कैंप में आज जवानों के बीच गोलीबारी हुई है। इस गोलीबारी में छह जवानों की मौत हो गई है तथा दो अन्य घायल हो गए हैं, जिनमें से एक ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
साथ ही पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज ने बताया कि आज शिविर में आइटीबीपी के एक जवान ने कथित तौर पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में पांच जवानों की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए। बाद में हमलावर जवान भी मार गया। जवानों के शव और घायल जवानों को अस्पताल भेजा गया है।
इस संबंध में राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जानकारी मंगाई जा रही है। जवानों की छुट्टी तय रहती है, उन्हें छुट्टी के लिए रोका नहीं जाता है। इसलिए छुट्टी की वजह से घटना नहीं हुई होगी। उन्होंने कहा कि फ्रस्टेशन की कोई बात नहीं है। जवानों के बीच किसी बात को लेकर आपसी विवाद हुआ होगा।