आरयू संवाददाता,
बस्ती। वाराणसी में हुए फ्लाईओवर हादसे को लोग अभी पूरी तरह भुला भी नहीं पाए थे कि बस्ती में लखनऊ को गोरखपुर से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-28 पर शनिवार सुबह एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने से हड़कंप मच गया। फ्लाईओवर के मलबे में दबने से चार मजदूर बुरी तरह से घायल हो गए हैं। हालांकि हादसे के बाद सुबह जिला प्रशासन की ओर से एक ही मजदूर के घायल होने की बात कही जा रही थी।
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत व बचाव कार्य शुरू कराया। वहीं मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर जिलाधिकारी को राहत और बचाव कार्य के साथ ही जरुरी निर्देश दिया है।
यह भी पढ़ें- वाराणसी फ्लाईओवर हादस: सेतु निगम के अफसर इंजीनियर व ठेकेदार समेत आठ को भेजा गया जेल
बताया जा रहा है कि फ्लाईओवर के किनारे लोहे का क्लैंप लगाकर शटरिंग पर कंक्रीट की ढलाई का काम चल रहा था। इसी दौरान फ्लाईओवर का एक हिस्सा आज सुबह गिर गया, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई। निर्माण सामग्री व मलबे की चपेट में आए घायल मजदूरों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल मजदूरों की पहचान धर्मेंद्र सिंह और सुरेश राय के रूप हुई है। वहीं ओवर ब्रिज और पिलर के बीच फंसे मजदूर बाबू साह को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
मौके पर बस्ती के डीएम राजशेखर और एसपी दिलीप कुमार समेत एनएचएआई के अधिकारी मौजूद हैं। वहीं मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश देने के साथ ही स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत कार्य शुरू करने और यातायात बहाल कराने के निर्देश दिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार इस फ्लाईओवर का निर्माण एनएचएआई करा रही है, जिसका 60 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका था।
वहीं मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी राजशेखर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि घटना में सिर्फ वहां काम कर रहे मजदूर ही इसकी चपेट में आए हैं। हमारी प्राथमिकता है कि पहले फंसे हुए मंजदूरों को निकालें और फ्लाईओवर के गिरने से जो यातायात ठप हो गया है उसे क्लियर कराएं। उसके बाद मामले की पूरी तरह से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।