आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
आज सेमीफाइनल मैच में भारत ने उलटफेर करने में माहिर मानी जाने वाली बंग्लादेश को नौ विकटों से करार शिकस्त दी। रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली की धाकड़ बैटिंग के साथ ही केदार जाधव की बेहतरीन बॉलिंग की वजह से भारत ने बांग्लादेश को 59 गेंद बाकी रहते हुए ही नौ विकेट से हरा दिया। भारत की इस जीत ने एक बार फिर क्रिकेट प्रेमियों के दिल की धड़कनें बड़ा दी है। वजह भी साफ है अब फाइनल में पहले से पहुंच चुकी पाकिस्तानी टीम से भारत का 18 जून को होने वाले फाइनल में महामुकाबला होगा।
आज के मैच की बात करें तो भारत के सामने अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य था और ऐसे में रोहित (129 गेंदों पर नाबाद 123 रन) अपनी असली फार्म में दिखे। उन्होंने शिखर धवन (46) के साथ पहले विकेट के लिये 87 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी और फिर कोहली (78 गेंदों पर नाबाद 96 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिये 178 रन की अटूट साझेदारी की। शीर्ष क्रम के इन तीनों बल्लेबाजों की धांसू पारियों से भारत ने 40.1 ओवर में एक विकेट पर 265 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की।
रोहित ने अपनी पारी में 15 चौके और एक छक्का जबकि कोहली ने 13 चौके लगाए। कोहली इस बीच सबसे कम पारियों में 8000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज भी बन गए।
विराट से पहले तमीम इकबाल (70) और मुशफिकर रहीम (61) ने तीसरे विकेट के लिये 123 रन जोड़कर बांग्लादेश को शुरुआती झटकों से उबारा। एजबेस्टन की सपाट पिच पर एक समय बांग्लादेश 300 रन तक पहुंचने की स्थिति में दिख रहा था लेकिन भारत ने शानदार वापसी करके उसे सात विकेट पर 264 रन ही बनाने दिए।
कप्तान मशरेफी मुर्तजा ने 25 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए। जाधव ने भारत को वापसी दिलाने में अहम भूमिका निभायी। उन्होंने छह ओवर में 22 रन देकर तमीम और मुशफिकर के महत्वपूर्ण विकेट हासिल कर लिए। इन दोनों के रहते विरोधी टीम तीन सौ रन के पार का आंकड़ा तैयार कर सकती थी।
वहीं जसप्रीत बुमराह ने 39 रन देकर दो, भुवनेश्वर कुमार ने 53 रन देकर दो और रविंद्र जडेजा ने 48 रन देकर एक विकेट लिया। जडेजा इससे चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की तरफ से सर्वाधिक 16 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
उल्लेखनीय है कि आज भारत नौवीं बार आईसीसी के किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा है। बांग्लादेश ने भारत के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं रखा था। धवन और रोहित ने पहले विकेट के लिये 87 रन जोड़कर भारत को फिर से अच्छी शुरुआत दिलाई।
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बांग्लादेश को अपने तुरुप के इक्के मुस्ताफिजुर रहमान पर विश्वास था, लेकिन भारतीय सलामी जोड़ी ने शुरू में ही उन्हें कुंद कर दिया। धवन ने तास्किन अहमद पर दो चौके और छक्का जड़कर आठवें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचा दिया। पिछले तीनों मैच में कम से कम अर्धशतक बनाने वाले धवन हालांकि इस बार केवल चार रनों से अर्द्धशतक पूरा करने से चूक गए। मुर्तजा की ऑफ कटर पर कट करने के प्रयास में उन्होंने प्वाइंट पर कैच दिया।
रोहित ने एक छोर संभाले रखा और अपनी जबर्दस्त बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। वह शाकिब अल हसन पर दो चौके और एक रन लेकर 50 रन पर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने रुबेल हुसैन पर दो दर्शनीय चौके लगाए। रोहित ने इसके बाद भी अपनी प्रवाहमय बल्लेबाजी जारी रखी जबकि कोहली ने कुछ खूबूसरत कवर ड्राइव लगाए। तास्किन की गेंद चार रन के लिये भेजकर कोहली ने अपना 42वां वनडे अर्धशतक पूरा किया।
वहीं भारत का स्कोर जब 200 रन के पार पहुंच गया तो मुर्तजा ने फिर से मुस्ताफिजुर को गेंद थमायी। कोहली ने उन पर चौका लगाया जबकि रोहित ने उनके इसी ओवर में लांग लेग सीमा रेखा पर छक्का लगाकर अपना 11वां वनडे शतक पूरा किया।
इसके बाद तो इन दोनों बल्लेबाजों ने बांग्लादेशी गेंदबाजों को अपने इशारों पर नचाया और मनमाफिक शाट लगाए। कोहली ने 175वीं पारी में 8000 रन पूरे करके एबी डिविलियर्स (182 पारियां) का रिकार्ड तोड़ा।
जीत के लिये रन कम रह गए थे जिससे यह स्टार बल्लेबाज अपना शतक पूरा नहीं कर पाया। उन्होंने शब्बीर रहमान पर विजयी चौका लगाया। इससे पहले भुवनेश्वर ने बांग्लादेश को शुरू में ही दो झटके देकर कोहली के पहले क्षेत्ररक्षण के फैसले को सही ठहराया। उन्होंने पारी के पहले ओवर में सौम्य सरकार (शून्य) को बोल्ड कर दिया जो कवर ड्राइव मारने के प्रयास में गेंद अपने विकेटों पर खेल गये।
शब्बीर रहमान (19) ने भुवनेश्वर के अगले ओवर में दो साहसिक शाट जमाये लेकिन इसी गेंदबाज की धीमी गेंद पर वह गच्चा खा गये और बैकवर्ड प्वाइंट पर खडे जडेजा को आसान कैच दे बैठे।
मुशफिकर और तमीम ने रणनीतिक बल्लेबाजी की और केवल ढीली गेंदों पर बड़े शॉट खेले। तमीम ने हार्दिक पंड्या पर छक्का जड़ने के बाद जडेजा पर चौका लगाकर 62 गेंदों पर अपना 38वां वनडे अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद उन्होंने रविचंद्रन अश्विन पर लगातार तीन चौके लगाकर भारतीयों को सोचने के लिये मजबूर कर दिया। कोहली ने ऐसे में कामचलाउ स्पिनर के तौर पर जाधव को गेंद सौंपने का जुआ खेला जो सही साबित हुआ।
बांग्लादेश ने 25 रन के अंदर अपने तीन सबसे अनुभवी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए। जाधव की सीधी गेंद पर तमीम करारा शाट लगाना चाहते थे, लेकिन उनकी टाइमिंग सही नहीं रही और गेंद उनके लेग स्टंप पर लगकर गिल्ली गिरा गयी।
तमीम ने 82 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया। जडेजा ने अनुभवी और भरोसेमंद शाकिब (15) को देर तक नहीं टिकने दिया जो उनकी कोण लेती गेंद को नहीं समझ पाये और विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी ने कैच पकड़कर भारत को यह विकेट दिलाया।
मुशफिकर भी अपना 26वां अर्धशतक पूरा करने के बाद पवेलियन लौट गए। जाधव की फुललेंथ गेंद को रहीम ने फुलटास के रूप में खेलकर मिडविकेट पर उछाला जहां कोहली ने उसे कैच में बदला। बुमराह ने मोसादेक हुसैन (15) और महमुदुल्लाह (21) को आउट करके डेथ ओवरों से पहले ही बांग्लादेश पर दबाव बढ़ा दिया। मशरेफी और तास्किन अहमद (नाबाद 10) ने आठवें विकेट के लिये 35 रन की साझेदारी करके स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया। कुल मिलाकर ऐसा लग रहा था जैसे आज बांग्लादेश का दिन ही न हो। भारतीय टीम के सामने विरोधी टीम काफी कमजोर दिखी। वहीं भारत ने अपने नाम के अनुरूप खेल दिखाते हुए विरोधी टीम को बौना बना दिया।
इस जीत के साथ ही भारत फाइनल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान से भिड़ेगा जिसे उसने लीग चरण के अपने शुरुआती मैच में 124 रनों से मात देकर अपनी विजय आगाज किया था। बता दें कि पाकिस्तान ने कल पहले सेमीफाइनल में मेजबान इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी।