आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। समाजवादी पार्टी से किनारे करने के साथ ही अपनी नई पार्टी समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा बनाने के बाद पहली शिवपाल सिंह यादव मंगलवार को लखनऊ के एक सार्वजनिक मंच पर पहुंचें। इस दौरान शिवपाल यादव ने न सिर्फ दिल का गुबार निकाला, बल्कि अपनी लड़ाई को धर्मयुद्ध बताते हुए अब पीछे नहीं हटने की बात भी कही है।
गोमतीनगर में श्रीकृष्ण वाहिनी के राज्य स्तरीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे शिवपाल यादव ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि मैं पिछले दो साल से इंतजार कर रहा था, लेकिन मुझे सम्मान नहीं मिला। नेताजी से चर्चा कर समाजवादी सेकुलर मोर्चा का गठन किया है अब इससे पीछे नहीं हटूंगा।
शिवपाल ने कहा कि हमको किसी भी काम में चोरी तो बर्दाश्त है, लेकिन डकैती नहीं बर्दाश्त है। हम अब लोकसभा में अपने 80 प्रत्याशी उतारने की योजना में लगे हैं। उन्होंने कहा कि हम तो सिर्फ सम्मान के भूखे हैं। हमने तो समाजवादी पार्टी में भी सिर्फ नेताजी तथा अपने लिए सम्मान मांगा था। शिवपाल ने कहा कि मैंने कोई मंत्री पद नहीं मांगा था। ये बात सपा के रजत जयंती समारोह के मंच से भी कही थी, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई।
भाजपा की आंधी में भी अपनी सीट बचाने वाले विधानसभा चुनाव का जिक्र करते शिवपाल यादव ने कहा कि चुनाव में मुझे हराने की कोशिश की गई, लेकिन फिर भी मैं 50 हजार वोट से जीता।
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अपनी पार्टी की बात करते शिवपाल यादव बोले कि हमारे साथ काफी लोग आ गए हैं, पूर्व मंत्री कमाल यूसुफ के साथ पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य भी हमारे साथ हैं। हम बड़ा कदम बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो संगठन का राष्ट्रीय, प्रदेश, जिला और मंडल स्तर पर विस्तार करेंगे।
शिवपाल ने कहा कि बहुत सारे लोग दुविधा में थे। अब जब मोर्चा का ऐलान हो गया है तो मिलकर सामाजिक न्याय और परिवर्तन की लड़ाई लड़ेंगे। देश और प्रदेश की गरीब जनता की तकदीर बदल देंगे। उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि अब जुट जाओ। बहुत काम करना है।
इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने चांदी का मुकुट पहनाने के साथ ही श्री कृष्ण का चित्र भेंट कर शिवपाल यादव को सम्मानित किया। वहीं युवाओं ने ‘चाचा तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ है’ का नारा लगाकर माहोल में जोश भर दिया।