आरयू वेब टीम।
राफेल डील के मामले में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ जाने के बाद भी कांग्रेस मोदी सरकार का पीछा छोड़ने को तैयार नहीं दिख रही है। राहुल गांधी समेत तमाम नेता तो सवाल उठा ही रहे थे, अब शनिवार को संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार को निशाने पर लेने के साथ ही उच्चतम न्यायालय के फैसले पर सवाल उठाएं हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि वो पीएसी के सदस्यों से कहेंगे कि अटॉर्नी जनरल और नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) को बुलाकर पूछा जाए कि राफेल मामले में कैग की रिपोर्ट कब और कहां आई है। ‘अगर यह रिपोर्ट नहीं आई तो सरकार ने झूठ क्यों बोला? वह माफी मांगे। सरकार को कहां से क्लीन चिट मिलती है? किसी चीज को धोखे में रखकर की जाए तो वो ठीक नहीं है।’
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कांग्रेस की मांग को आज एक बार फिर दोहराते हुए उन्होंने कहा इसलिये हम जेपीसी की मांग कर रहे हैं, ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके। खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार ने न्यायालय को गुमराह करते हुए उसके समक्ष कैग रिपोर्ट तौर पर गलत जानकारी रखी जिस वजह से इस तरह का निर्णय आया है।
लोकसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने पत्रकारों से कहा कि राफेल के बारे में न्यायालय के सामने सरकार को जिन चीजों को ठीक ढंग से रखना चाहिए था, वो नहीं रखा। अटॉर्नी जनरल ने इस तरह से पक्ष रखा कि न्यायालय को यह महसूस हुआ कि कैग रिपोर्ट संसद में पेश हो गई है और पीएसी ने रिपोर्ट ने देख ली है। उन्होंने ये भी कहा कि जब पीएसी जांच करती है तो साक्ष्यों को देखती है, लेकिन न्यायालय को गलत जानकारी दी गयी और जिसके आधार पर गलत निर्णय आया।