पालघर की घटना हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं, अफवाह फैलाई तो होगा एक्शन: उद्धव ठाकरे

पालघर की घटना
पालघर की घटना पर बोलते सीएम उद्धव ठाकरे।

आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र के पालघर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना के बाद महाराष्‍ट्र की उद्धव सरकार लोगों के    निशाने पर है। सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और इस मसले पर सरकार का रुख सभी के सामने रखा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेगी, लोग इस मसले को भड़काने की कोशिश ना करें।

मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटना को लेकर कहा कि ये हिंदू-मुस्लिम जैसा कोई मामला नहीं है, इस बारे में मेरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी बात हुई है। हर किसी को इस बारे में समझाया गया है कि ये धर्म से जुड़ा मामला नहीं है, लेकिन जो भी सोशल मीडिया के जरिए आग लगाने और मामला भड़काने की कोशिश करेगा उसपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

प्रेसवार्ता में उद्धव ठाकरे ने कहा कि पालघर के जिस इलाके में ये घटना हुई है, वो काफी दुर्गम इलाका है। ऐसे में ये तीन लोग वहां से गुजरते हुए गुजरात की ओर जा रहे थे, लेकिन वहां पर गांव के लोगों को रात के वक्त कुछ गलतफहमी हुई और उन्हें चोरी का शक लगा, तो हमला किया गया, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।

यह भी पढ़ें- #CoronaVirus: कौन है दिल्‍ली का असली गुनाहगार,निजामुद्दीन मरकज के इन दावों के बाद उठी जांच की मांग व कई सवाल

सीएम ने कहा कि यहां कुछ दिनों से चोरों के घूमने की अफवाह है, इसी वजह से गांव वालों ने ऐसा हमला किया, लेकिन गलतफहमी के बावजूद किसी को बख्शा नहीं जाएगा, कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लोगों ने पुलिसवालों पर भी हमला किया है, ऐसे में कड़े से कड़ा एक्शन लिया जाएगा।

गौरतलब हो कि पालघर के पास एक गांव में भीड़ ने तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, तीनों लोगों पर चोरी करने का शक था। इस दौरान वहां पर पुलिसकर्मी भी खड़े थे, लेकिन वो सिर्फ तमाशा देखते रहे। राज्य सरकार की ओर से इस मामले में एक्शन लिया गया है, सौ से अधिक लोग हिरासत में लिए गए हैं, जबकि अन्य पर केस भी दर्ज किया गया है। उद्धव ने कहा कि वो लोग जब सूरत जा रहे थे, तब उन्होंने दादर-नगर हवेली के बॉर्डर पर रोका गया और वापस भेज दिया गया। अगर ऐसा नहीं होता, तो घटना नहीं होती।

ये था पूरा मामला

बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर जिले में 16 अप्रैल की रात गुजरात के सूरत जा रहे मुंबई में कांदिवली के रहने वाले तीन लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इसमें दो साधु और एक ड्राइवर बताया जा रहा। उनके वाहन को एक गांव के पास रोका गया था। उनके चोर होने के शक में भीड़ ने उन्हें उनकी कार से निकालकर लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला था। मृतकों की पहचान चिकने महाराज कल्पवृक्षगिरी, सुशीलगिरी महाराज और वाहन चालक निलेश तेलगाडे के तौर पर हुई है।

यह भी पढ़ें- राज्य-केंद्रशासित प्रदेश करें लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन, न दी जाए कोई ढील: केंद्र