आरयू ब्यूरो
लखनऊ। काले धन के खिलाफ लोहिया जी के बाद देश में सबसे बड़ी लड़ाई समाजवादी पार्टी ने लड़ी है। हम पूरी तरह से काले धन का विरोध करते है। न ही यह चाहते है कि विधानसभा चुनाव में काले धन का प्रयोग हो, लेकिन मोदी सरकार ने विदेशों से काला धन लाने की जगह देश में अराजकता फैला दी है, इस तरह के फैसलों से मोदी देश को कुछ बड़े घरानों के हाथों मे गिरवी रखना चाहते है। हर तरफ त्राहि-त्राहि मची है। देश में आर्थिक इमरजेंसी जैसे हालात बना दिए गए है। यह बातें आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कही।
उन्होंने आगे कहा कि गरीब मर रहे हैं दवाईयां नहीं मिल रही, अस्पतालों में आपरेशन नहीं हो रहा, लोग रोजमर्रा का सामान नहीं खरीद पा रहे, देशभर की जनता तनाव में है, लेकिन मोदी सरकार को सिर्फ चुनाव दिख रहा है। वर्तमान हालात को देखते हुए हम मांग करते हैं कि नोट बैन की घोषण कुछ दिनों के लिए ही स्थागित की जाए ताकि लोगों का जीवन सामान्य हो सके। ऐसा नहीं हुआ तो गरीब जनता व किसान आत्महत्या तक के लिए मजबूर होंगे। व्यापार बंद होने के साथ ही अर्थव्यवस्था ठप हो जाएगी। नोट पर बैन लगने के बाद सोना 30 हजार से बढ़कर 45 हजार प्रति दस ग्राम पहुंच गया है। चांदी के दामों में भी उछाल आई है। देश भर में लाखों लड़कियों की शादी होनी है। यही हाल रहा तो उनका कन्यादान रुक जायेगा। गरीबों के सामने ऐसी ही कई गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। पतियों से छिपाकर पैसा रखने वाली महिलाओं की भावनाओं को देखते हुए उन्हें विशेष छूट मिलनी चाहिये।
सपा नहीं करेगी विधानसभा चुनाव में गठबंधन, पर्टियां चाहे तो हो जाए मर्ज
लंबे समय से महागठबंधन की आशंकाओं पर आखिरकार आज सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने विराम लगा दिया। प्रेसवार्ता में एक सवाल के जवाब में उन्होंने दो टुक कहा कि समाजवादी पार्टी कोई गठबंधन नहीं करने जा रही। जिस किसी पार्टी को सपा में मर्ज (विलय) होना हो वह हो जाए। इस दौरान उन्होंने बिना किसी पार्टी का नाम लिए कहा कि पार्टियां सपा में मर्ज हुई भी है। समावादी पार्टी विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। प्रेसवार्ता में सपा सुप्रीमो के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह समेत अन्य मंत्री भी मौजूद रहे।