भाजपा अध्‍यक्ष से मिलने के बाद पार्टी तोड़ना चाहते है रामगोपाल: मुलायम सिंह

msy with shivpal

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। मंगलवार को अखिलेश से हुई लंबी बातचीत होने के बाद भी कोई हल नहीं निकलने पर आज मुलायम सिंह यादव ने रामगोपाल यादव पर गंभीर आरोप लगाने के साथ ही विवाद की जड़ भी रामगोपाल को बताया। पार्टी कार्यालय में शिवपाल यादव के साथ मीडिया से मुखातिब मुलायम सिंह ने कहा कि हम पार्टी बचाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, इसके लिए दिल्‍ली भी गया ताकि पार्टी तोड़ने वालों को रोक सकूं। भाजपा अध्‍यक्ष से मिल चुके रामगोपाल बेटे बहु को बचाने के लिए पार्टी तोड़ना चाहते हैं।

वह अलग चुनाव चिन्‍ह मोटरसाइकिल चुनाव आयोग से मांगने के साथ ही अखिल भारतीय समाजवादी पार्टी बना रहे हैं, लेकिन मै पार्टी टूटने नहीं दूंगा। फिर दिल्‍ली जा रहा हूं। रामगोपाल बेटे-बहु के लिए हमसे कहते, लेकिन वह गलत हाथों में खेल रहे हैं।

मैं पार्टी को एक रखने के साथ ही साइकिल भी अपने पास रखना चाहता हूं, अखिलेश से कह दिया है कि मुख्‍यमंत्री घोषित कर दिया है, तुम्‍हें चिंता करने की जरूरत नहीं है।

इस पार्टी को काफी संघर्ष के बाद बनाया है। हमने 1975 की इमरजेंसी झेली, जेल गया, लाठी खाई, तमाम जुल्‍म सहे हैं। अखिलेश जब दो ढाई साल के होंगे तब से संघर्ष कर रहा हूं। हम जो पार्टी के लिए कर सकते थे सब किया। कहा मेरे पास जो है सब देश का है और मेरे पास है क्या? कार्यकर्ता मेरे हैं।

गंभीर आरोप लगाकर मुलायम सिंह के दिल्‍ली चले जाने के बाद शाम को रामगोपाल यादव ने जवाब देते हुए कहा कि सपा अखिलेश की पार्टी है, दूसरी पार्टी का सवाल ही नहीं उठता।

कहा जा रहा है कि पार्टी अध्‍यक्ष की कुर्सी नहीं छोड़ने की अखिलेश के जिद्द की वजह से बाप-बेटे के बीच सुलह नहीं हो पा रही है। आज सुबह भी अखिलेश के करीबी मंत्री पवन पांडे ने मुलायम सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। समझा जा रहा है कि अखिलेश ने जरूरी संदेशा अपने मंत्री के जरिए भिजवाया था।