आरयू संवाददाता,
आगरा। डीजीपी ओपी सिंह के आगरा में मीटिंग के दौरान दसवीं की छात्रा संजलि सिंह को सरेराह जिंदा जला देने वाली घटना का मंगलवार को आगरा पुलिस ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार चर्चित संजलि हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि संजलि के ही ताऊ के लड़के योगेश ने बेहद शातिराना अंदाज में अपने दो रिश्तेदारों के साथ मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस ने योगेश के दोनों रिश्तेदारों को गिरफ्तार करने के साथ ही घटना में इस्तेमाल हुई बाइक, हेलमेट व अन्य सामान बरामद कर लिया है।
बेहद चर्चित संजलि हत्याकांड का खुलासा करते हुए आज आगरा के एसएसपी अमित पाठक ने मीडिया को बताया कि योगेश संजलि को मॉडल बनाना चाहता था, इसके लिए उसने डेढ़ लाख रुपए खर्च भी किए थे। योगेश संजलि को जाल में फंसाकर अपनी पूरी मर्जी चलाना चाहता था, लेकिन संजलि अपने हिसाब से जीना चाहती थी।
योगेश के बार-बार दबाव डालने के साथ ही बीते 23 नवंबर को संजलि के पिता पर हमला हुआ था, तो उसने सोचा कि योगेश ने ही हमला करवाया होगा। दबाव और पिता पर हमले के बाद संजलि ने योगेश को लूजर कहने के साथ ही ये भी कह दिया कि वो भाई कहलाने के लायक नहीं है।
इसके बाद खुद को अपमानित महसूस कर रहे योगेश ने संजलि को दुनिया से ही मिटाने का प्लॉन बना डाला। संजलि की हत्या करने में साथ देने के लिए उसने कलवारी, जगदीशपुरा निवासी अपने मामा के बेटे विजय और विजय की बहन के शास्त्रीपुरम लखनपुर निवासी देवर आकाश को 15-15 हजार रुपए का लालच देकर राजी कर लिया था। जबकि एक अन्य दोस्त की बाइक घटना में इस्तेमाल करने के साथ ही घटना के समय हेलमेट भी लगाए रहा, जिससे कि संजलि उसे पहचान न सके।
घटना वाले दिन (18 दिसंबर को) संजलि के स्कूल पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे में तीनों की फुटेज भी पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने विजय और आकाश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो पूरा राज सामने आ गया। पुलिस ने आकाश और विजय को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
बताते चलें कि लालऊ गांव में 18 दिसंबर को दिनदहाड़े मनबढ़ों ने उस समय सरेराह पेट्रोल डालकर जला दिया था, जब वो स्कूल से छुट्टी होने के बाद साइकिल से घर लौट रही थी। बेहद गंभीर रूप से घायल संजलि को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसने 19 दिसंबर की देर रात दम तोड़ दिया था। वहीं संजलि की मौत के बाद 20 दिसंबर को तहेरे भाई योगेश ने जहर खाकर जान दे दी थी। योगेश के आत्महत्या करने के बाद पुलिस दोनों घटनाओं में संबंध तलाश रही थी।