आरयू वेब टीम। वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ है और इस खास मौके पर एक नया अध्याय सेना के इतिहास में जुड़ गया है, क्योंकि आज भारतीय वायुसेना को नया झंडा दिया गया है, 72 सालों के बाद यह बदलाव हुआ है। आज परेड के दौरान वायुसेना अध्यक्ष चीफ एयर मार्शल वीआर चौधरी ने झंडा बदलने के साथ योद्धाओं को शपथ दिलाई।
वायु सेना के झंडे में से अंग्रेजों के दौर से चली आ रही गोल आकृति को हटाया गया है। इसकी जगह भारत को प्रतिबिंबित करने वाला ध्वज तैयार किया गया है। ध्वज में सबसे ऊपर भारत का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ अंकित है। उसके नीचे देवनागरी में सत्यमेव जयते लिखा हुआ है।
अशोक स्तंभ के सिंह के नीचे हिमालय ईगल दिखाई दे रहा है। जो अपने पंख फैलाए हुए हैं, जो वायु सेना के युद्ध गुणों को दर्शाता है। ईगल के आसपास हल्का नीला रंग दिखाई दे रहा है जिस पर भारतीय वायु सेना लिखा हुआ है और सेना का आदर्श वाक्य भी यहां पर अंकित है। झंडे के बाएं और कोने पर तिरंगा है और दाएं कोने पर नीचे की और वायुसेना का गोल निशान अंकित है।
वहीं भारतीय वायु सेना को नया झंडा मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्रीय मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को वायुसेना स्थापना दिवस और नए झंडे के लिए शुभकामनाएं दी है।
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बता दें कि वायु सेना का झंडा स्वतंत्रता के बाद 1951 में बनाया गया था। नया झंडा मिलने के बाद पुराने झंडे को उतार कर मध्य वायु कमान के संग्रहालय में सुरक्षित रखा जाएगा। इसके पहले भारतीय नौसेना के झंडे में भी बदलाव किया गया था। 72 सालों के इतिहास में झंडे का ये बदलाव देशवासियों को देखने को मिला है।