आरयू ब्यूज, लखनऊ। यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, जिसे लेकर अभी से सियासी पारा बढ़ा हुआ है। भाजपा जहां सत्ता में लगातार दूसरी बार काबिज होने के लिए रणनीति बना रही है तो समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस भी अपनी सरकार बनाने लिए रणनीति बना रही है। इस बीच मीडिया से बात करते हुए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस और बसपा से सवाल किया है।
अखिलेश यादव ने रविवार को अपनी पूर्व सहयोगी पार्टियों से कहा कि कांग्रेस और बसपा को तय करना होगा कि उनकी लड़ाई भाजपा से है या सपा से। अखिलेश यादव ने इस दौरान स्पष्ट किया कि समाजवादी पार्टी 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए छोटे राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन को तैयार है।
वहीं इस दौरान सपा मुखिया ने पेगासस मामले को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। अखिलेश ने कहा कि उनके (एनडीए) के पास लोकसभा में 350 से अधिक सीटें हैं। कई राज्यों में भाजवा की सरकार है। जासूसी के जरिए सरकार क्यों और क्या तलाश रही थी? वे इस अधिनियम के साथ विदेशी ताकतों की मदद कर रहे हैं।
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इसके अलावा उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी अपने विचारक जनेश्वर मिश्र की जयंती पर पांच अगस्त को यात्रा निकालेगी। 15 अगस्त से भाजपा के कुशासन का पर्दाफाश करने के लिए और यात्राएं निकाली जाएंगी।
सपा सुप्रीमो ने दूसरी लहर के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार द्वारा कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए “योगी मॉडल” की भी आलोचना की। अखिलेश ने कहा कि सरकार पूरी तरह विफल रही। ऑक्सीजन, बिस्तर और दवाओं की कमी से लोगों की मौत हो गई। सभी ने अस्पतालों और श्मशान घाटों का हाल देखा। यह कौन सा मॉडल है? लोगों ने इसे करीब से देखा है और वे सही समय पर भाजपा को जवाब देंगे।
सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि भगवा पार्टी ने अपना 2017 का चुनावी घोषणा पत्र नहीं देखा है, जिसमें उसने किसानों की आय दोगुनी करने की बात की थी। भाजपा ने पिछले चार वर्षों में कोई बुनियादी ढांचा नहीं बनाया है। कोविड संकट के दौरान हमने सपा शासन में जो कुछ भी विकसित किया, उसका इस्तेमाल किया गया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक विश्वविद्यालय बनाया। यह हमारे शासन में बने राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान की नौवीं मंजिल पर कार्य कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि खुद भाजपा के विधायक गंगा की सफाई के काम, महंगाई और अन्य मुद्दों से खुश नहीं हैं।