आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पंचायत चुनाव से पहले मंगलवार को कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने सपा ज्वाइन की। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज सपा मुख्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में पार्टी में आने वाले नए नेताओं का स्वागत करते हुए एसपी की सदस्यता दिलाई। सपा के मुख्य प्रवक्त राजेंद्र चौधरी ने बताया कि आज अखिलेश यादव के नेतृत्व पर आस्था जताते हुए कांग्रेस, बसपा और भाजपा के कई नेताओं ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ सपा ज्वाइन की है।
मुख्य प्रवक्ता के अनुसार सपा में शामिल होने वालों में प्रमुख रूप से कोरांव, इलाहाबाद से पूर्व विधायक रामकृपाल कोल तथा कामता सिंह बघेल ने कांग्रेस छोड़कर सपा की सदस्यता ली है। इसके अलावा वाराणसी के भाजपा नेता संजीव वर्मा व संतोष कुमार सेठ ने बीजेपी छोड़कर सपा का दामन थामा है। वहीं अखिलेश यादव ने कन्नौज (तिर्वा) के बसपा नेता देवेंद्र प्रताप सिंह स्वर्णकार, अमेठी के डॉ. केडी पासी, उतरौला बलरामपुर के परवेज उमर अहमद तथा रेहान उमर ने सपा की सदस्यता ग्रहण की है।
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पार्टी में नए नेताओं का स्वागत करते हुए अखिलेश यादव ने उम्मीद जताई है कि उनके नए साथियों के आने से सपा को मजबूती मिलेगी और 2022 में भाजपा को हराया जा सकेगा। साथ ही यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि बड़ी संख्या में सपा में लोगों के शामिल होने से स्पष्ट है कि प्रदेश की जनता अब परिवर्तन के लिए तैयार है। जब सपा को काम का मौका मिला तब ईमानदारी से काम किया था।
… उसके पास सिर्फ टेलीविजन
वहीं आज अखिलेश ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा राज में देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट है। नौजवानों के भविष्य को खतरे में डाल दिया गया है। रोजगार उनके पास नहीं है, नहीं नौकरियां है। मंहगाई चरम पर है। भ्रष्टाचार बेलगाम है। कानून- व्यवस्था नियंत्रण के बाहर है। लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा सरकार के पास विकास और यूपी की खुशहाली का कोई विजन नहीं है, उसके पास सिर्फ टेलीविजन है।