अखिलेश का मोदी सरकार से सवाल, क्या सेना के अभियान की ‘लाइव कवरेज की अनुमति’ थी रणनीतिक लापरवाही

अखिलेश यादव

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद कुछ लापरवाह मीडिया हाउस द्वारा रक्षा अभियानों का लाइव कवरेज के बाद देश में सवाल उठने लगे हैं, लोग इसे सेना के जवानों की जान से खिलवाड़ करने वाला और मोदी सरकार की छवि बनाने व उनके लिए चुनाव में फायदा पहुंचाने वाला कदम बता रहें हैं। दूसरी ओर प्रधानमत्री की किरकिरी होने के बाद अब सेना के अभियान की लाइव कवरेज करने से बचने के लिए मीडिया को केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। इसपर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को मोदी सरकार से सवाल किया है कि क्या “लाइव कवरेज की अनुमति देना एक रणनीतिक लापरवाही थी”।

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सुरक्षा की दृष्टि से विशेष अभियान के लाइव कवरेज की अनुमति देना क्या रणनीतिक लापरवाही थी या यह राजनीतिक दुष्प्रचार से प्रेरित था, सरकार को ये तत्काल स्पष्ट करना चाहिए। कल फिर सरकार कहेगी कि ‘यह एक गलती के बाद दूसरी गलती है।

दोषियों पर हो कार्रवाई

अखिलेश ने आगे कहा कि ”इसका साफ मतलब है कि सुरक्षा जैसे अति संवेदनशील क्षेत्र में मीडिया का अवांछित अतिक्रमण हो रहा है। शत्रु भी लाइव कवरेज देखेंगे, जिससे उन्हें हमारे सुरक्षा बलों की लोकेशन और उनकी रणनीति के बारे में जानकारी मिलेगी, इससे देश की सुरक्षा और हमारे जवानों की जान खतरे में पड़ जाएगी। ऐसे लाइव कवरेज के लिए सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। देश और सैनिकों की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता क्षम्य नहीं है।

गौरतलब है कि मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए। हमले के बाद सरकार ने रक्षा मामलों की रिपोर्टिंग को लेकर मीडिया को एडवाइजरी जारी की।

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बता दें कि केंद्र सरकार ने शनिवार को मीडिया को रक्षा अभियानों और सुरक्षाबलों की गतिविधियों का सीधा प्रसारण करने से बचने की सलाह जारी करते हुए कहा कि ऐसी जानकारी देने से जाने-अनजाने में शत्रुतापूर्ण तत्वों को मदद मिल सकती है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, “राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे रक्षा और अन्य सुरक्षा संबंधी कार्यों से संबंधित मामलों पर रिपोर्टिंग करते समय पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करें और मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करें।”

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