नगर निगम चुनाव पर्यवेक्षक
नरेश उत्तम पटेल (प्रदेश अध्यक्ष सपा, फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। यूपी में जब-जब सपा सरकार बनी है, तब-तब शिक्षा और शिक्षकों के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। सपा सरकार में अखिलेश यादव ने एक लाख 72 हजार शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाया तथा साढ़े तीन लाख वित्‍तविहीन शिक्षकों को मानदेय देकर शिक्षकों का जीवन स्‍तर सुधारने का भी काम किया।

यह भी पढ़ें- कांग्रेस ने विधानसभा में उठाया युवाओं, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, शिक्षकों और BTC अभ्‍यर्थियों का मुद्दा

ये बातें आज सपा के प्रदेश अध्‍यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने समाजवादी शिक्षक सभा की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में बतौर मुख्‍य अतिथि के कही। शिक्षक सभा के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए नरेश उत्तम पटेल ने आगे कहा कि अखिलेश यादव  ने उच्च शिक्षा-माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार किए, जबकि भाजपा सरकार ने शिक्षामित्रों की रोजी-रोटी छीनकर संवेदनशून्यता का परिचय दिया। वित्तविहीन शिक्षकों का मानदेय बन्द करना भाजपा सरकार की दूषित मानसिकता का परिचायक है।

यह भी पढ़ें- प्रदर्शन में पहुंचे आप सांसद ने पूछा, जल्लीकट्टू के लिए बदल सकता है कानून तो शिक्षामित्रों के लिए क्‍यों नहीं

इस दौरान प्रदेश अध्‍यक्ष ने ऐलान करते हुए कहा कि सपा की सरकार बनने पर शिक्षामित्रों का सम्मान वापस कराए जाने के साथ ही वित्तविहीन शिक्षकों को दोबारा मानदेय देकर उनका जीवन स्तर सुधारने का काम किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- शिक्षक दिवस पर शिक्षकों ने सिर मुंडवाकर किया प्रदर्शन, मांगी भीख, पुलिस ने खदेड़ा

बैठक में डॉ. हरिद्वार यादव, डॉ. आशू चौधरी, प्रो. आदित्य गौरव, डॉ. पंकज यादव, सर्वेश अंबेडकर समेंत सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहें। बैठक की अध्‍यक्षता शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मान सिंह यादव व संचालन डॉ. एसपी सिंह पटेल ने किया।

यह भी पढ़ें- प्रदर्शन कर रहें B.ed TET के अभ्‍यर्थियों पर लाठीचार्ज, गर्भवती समेत दर्जनों घायल, दो गिरफ्तार