आरयू ब्यूरो, लखनऊ। भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए शुक्रवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मोदी व योगी सरकार पर हमला बोला है। अखिलेश ने केंद्र व प्रदेश की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है आज की भाजपा सरकार सत्ता व्यापारियों के हाथ में दे रही है। क्या भाजपा की ‘संकल्प से सिद्धि‘ की व्याख्या यही है, जहां काम किसी के हाथ में और लगाम किसी के हाथ में हो।” सच तो यह है कि भाजपा ने खरबपतियों को ही फायदा पहुंचाने वाले नियम बनाए हैं।
हमला जारी रखते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार में कर्जमाफी के झूठे दावों तथा बैंकों की प्रताड़ना से किसान जान दे रहे हैं। केंद्र सरकार काले कृषि कानून लाकर किसानों को लूटने का प्रबंध कर चुकी है। उसकी नीतियों से, किसानों को बदनाम करने के प्रपंचों से लोग बहुत आहत हैं।
सैकड़ों किसान भाजपा राज में दे चुके जान
अखिलेश ने आरोप लगाते हुए पत्रकारों से कहा है कि बाराबंकी में 80 हजार रुपए का बकाया कर्ज न जमा कर पाने पर बैंक कर्मियों की प्रताड़ना से किसान लल्ला गौतम की मौत हो गई। सैकड़ों किसान भाजपा राज में जान दे चुके हैं।
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वहीं तीन नए कृषि कानूनों के मुद्दे पर पूर्व सीएम ने आज कहा कि भाजपा ने किसानों के आंदोलन के प्रति उपेक्षा भाव शुरू से ही अपना रखा है। किसानों की मांगे माने जाने का तनिक भी संकेत प्रधानमंत्री स्तर से आज तक नहीं मिला। इसमें सिर्फ कॉरपारेट घरानों का ध्यान रखा गया। इसी का नतीजा है कि पश्चिमी से लेकर पूर्वी यूपी तक जनता किसानों के साथ है। भाजपा सरकार में गन्ना किसानों पर चीनी मिलों को ऐतिहासिक दस हजार करोड़ से ज्यादा का बकाया है, लेकिन मुख्यमंत्री को इसकी फिक्र नहीं है। चीनी मिल मालिक मनमानी कर रहे हैं उन पर किसी का नियंत्रण नहीं है।