#CAA-NRC: योगी सरकार की कार्रवाई पर बोले अखिलेश, भाजपा सरकार में असहमति की आवाज उठाना भी हो गया अपराध

नागरिकता संशोधन एक्‍ट
मोहम्मद कलीम का पीड़ित परिवार।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। नागरिकता संशोधन एक्‍ट व एनआरसी के विरोध के दौरान हुई हिंसा को लेकर योगी सरकार द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर मंगलवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। साथ ही अखिलेश ने योगी सरकार पर गरीबों के उत्पीड़न करने का आरेप लगाया है।

अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में असहमति की आवाज उठाना भी अपराध हो गया है। लोकतंत्र में सत्तादल जितनी महत्वपूर्ण भूमिका विपक्ष की भी होती है, लेकिन भाजपा एकाधिकारवादी मनोवृत्ति से चलती है। अपने खिलाफ विरोध प्रदर्शन उसे नागवार गुजरता है। उन्‍होंने कहा कि लखनऊ में एक गरीब रिक्शेवाले से 21 लाख 76 हजार रूपये के जुर्माने की वसूली की नोटिस थमा दी गई है।

उन्‍होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार किसानों, गरीबों, नौजवानों के हर अधिकार को छीन लेना चाहती है। वह दमन के सहारे विरोध की आवाज कुचलने का तानाशाही रवैया अपना रही है। अमीरों की भाजपा सरकार ये जान ले कि गरीब के पास अगर इतना होता तो वो आपके ‘झूठे मुकदमों की सच्ची वसूली‘ के खिलाफ उल्टा ‘ठोकू सत्‍ता‘ पर ही मुकदमा ठोक देता। समाजवादी पार्टी इस रिक्शा चालक की कानूनी लड़ाई भी लड़ेगी और इसकी मदद भी की जाएगी।

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योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि सीएए और एनआरसी के विरोध में लखनऊ में हुए प्रदर्शन के दौरान अपने रिक्शे पर बैठाकर किसी को लाने के इल्जाम में मोहम्मद कलीम को पहले जेल भेजा गया फिर 21 लाख 76 हजार रूपये से ज्यादा की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का जिम्मेदार बताकर उससे वसूली की कार्रवाई शुरू हो गई। गरीब के पास 21 लाख रूपये नहीं मिले तो उसे फिर जेल भेज दिया गया।

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अखिलेश ने आगे कहा कि मोहम्मद कलीम अपनी पत्‍नी नर्गिस के साथ जानकीपुरम सेक्टर-2 में ईदगाह के पास झोपड़ी बनाकर रहता है। मोहम्मद कलीम के बच्चे नहीं है। पति-पत्‍नी पहले सुदामा बस्ती हनुमान सेतु के पीछे नदी के किनारे रहते थे। बाढ़ के कारण उन्हें वहां से हटना पड़ा। जब सीएए, एनआरसी का प्रदर्शन हुआ था तो यह खदरा में दरगाह के पास किराये के मकान में रहता था।

वहीं इससे पहले अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्‍यम से अखिलेश यादव ने रिक्‍शेवाले के पीड़ित परिवार की फोटो ट्विटर पर पोस्‍ट कर योगी सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाया था।

बता दें कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर और नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध हुए हिंसक प्रदर्शनों की रिकवरी के संबंध में बाकीदार मोहम्मद कलीम पुत्र शमशुद्दीन की गिरफ्तारी हुई। सीएए और एनआरसी के विरुद्ध हुए प्रदर्शन में की गई हिंसा के विरुद्ध अपर जिलाधिकारी ट्रांस गोमती के कोर्ट से जारी रिकवरी सर्टिफिकेट के क्रम में यह पहली गिरफ्तारी है। 21 लाख 76 हजार रुपये के बाकीदार मोहम्मद कलीम पुत्र शमशुद्दीन निवासी बिठौली चौराहा जानकीपुरम का निवासी है। तहसीलदार कार्यालय द्वारा गिरफ्तारी का अधिपत्र जारी किया गया था। आज उक्‍त बाकीदार को गिरफ्तार कर के जेल भेजा गया।

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