रामपुर दौरा रद्द होने पर योगी सरकार पर बरसे अखिलेश, 2022 का विधानसभा चुनाव भी सपा के अकेले लड़ने का किया ऐलान

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आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। सपा के कद्दावर नेता आजम खान पर दर्ज हो रहे ताबड़तोड़ मुकदमों व अन्‍य कार्रवाईयों के विरोध में रामपुर में सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव का होने वाला कार्यक्रम रद्द हो गया है। सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाएं।

उन्‍होंने कार्यक्रम की रामपुर प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने को सरकार की चाल बताया है। सपा मुख्‍यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में अखिलेश ने कहा कि मुझे आज रामपुर जाना था, मेरे कई कार्यक्रम थे। अखिलेश ने कहा कि प्रशासन को सारा कार्यक्रम दे दिया था। किन-किन से मिलना है, सबकुछ बताया गया है, लेकिन डीएम रामपुर ने मोहर्रम का हवाला देते हुए कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दी।

वहीं अखिलेश ने जानकारी देते हुए ये भी कहा कि मुहर्रम और ‘गणेश विसर्जन’ की वजह से अब वो अपने कार्यक्रम को 13 और 14 सितंबर को रामपुर में आयोजित करेंगें। इसके लिए वो जिला प्रशासन को फिर से पत्र लिखने के साथ ही कार्यक्रम को पूरा विवरण भी बताएंगें।

इसके अलावा आज की प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने ये भी स्‍पष्‍ट कर दिया कि साल 2022 में होने वाला यूपी विधानसभा चुनाव सपा अकेले अपने दम पर लड़ेगी। इस दौरान पत्रकारों द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती के संबंध में सवाल पूछे जाने पर अखिलेश ने जवाब देने से मना कर दिया।

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सपा अध्‍यक्ष ने अपने रामपुर दौरे के संबंध में योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि ऐसा लग रहा कि हम दंगा कराने जा रहे हैं। अखिलेश ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राजनीतिक इतिहास में पहली बार हो रहा है। आजम खान को बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन पर सबसे ज्यादा केस हो रहे हैं। प्रशासन सरकार के दबाव में केस कर रहा है। साथ ही अखिलेश ने रामपुर डीएम पर भी संगीन आरोप लगाएं।  उन्होंने कहा कि डीएम सरकार को खुश करने में जुटे हैं। डीएम एक्सटेंशन चाहते हैं। वह यूपी में ही पोस्टिंग चाहते हैं।

योगी सरकार की कमियों पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि  प्रदेश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। युवाओं को नौकरी नहीं मिली। किसान, व्यापारी दुखी हैं। व्यापारियों ने खुद माना की गलती हुई। ढाई साल में प्रदेश को कुछ नहीं मिला। यूपी किसी भी आंकड़े में बेहतर नहीं है। बच्चों का खाना छीन लिया गया।

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अखिलेश ने कहा कि रामपुर में भाजपा-कांग्रेस और प्रशासन एक हैं। भाजपा को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। भाजपा यूनिवर्सिटी नहीं बनने दे रही। रामपुर को सरकार ने मुद्दा बना रखा है। सरकार नाकामी छिपाना चाहती है।

बताते चलें कि आजम खान पर हो रहीं कार्रवाईयों के विरोध में कुछ समय पहले ही खुद मुलायम सिंह यादव ने प्रेसवार्ता कर सपाईयों से आजम खान का समर्थन करने को कहा था। साथ सपा संस्‍थापक ने खुद भी विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्‍व करने की बात कहीं थी, हालांकि अभी अखिलेश यादव मैदान में आजम के समर्थन में उतरने जा रहें हैं।