आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने शनिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर पलटवार किया है। डिप्टी सीएम ने कहा कि अखिलेश यादव का “पीडीए ” असल में परिवार डेवलपमेंट एजेंसी ही है। नाम तो गरीबों, पिछड़ों और दलितों का असल मकसद सिर्फ अपने परिवार का विस्तार करना है। असलियत में टिकटों की लिस्ट आयेगी तो बस चाचा-भतीजे और करीबी ही नजर आते हैं।
उपमुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा कि सपा ने ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक परिवारवाद का झंडा इतिहास और वर्तमान दोनों है। दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हैं, जो लाखों गैर-राजनीतिक परिवारों के युवाओं को ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक में शामिल कर परिवारवाद के दलदल से लोकतंत्र की बुनियाद मजबूत कर रहे हैं। सपा का पीडीए का मतलब सिर्फ परिवार का विकास, भाजपा का लक्ष्य लोकतंत्र का विस्तार! “परिवार माडल और विकास मॉडल” का फर्क जनता समझ रही है ।
उपमुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा कि दूसरी ओर, भाजपा का ‘पीडीए’ है प्रगति, विकास और सुशासन! भाजपा ने सुशासन और भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के अपने संकल्प को दृढ़ता से निभाते हुए विकास के पथ पर देश को आगे बढ़ाया है। केशव प्रसाद ने कहा कि अब जनता जानती है कि असली पीडीए कौन लेकर आया है, जो देश की तरक्की में यकीन रखता है, या वो जो केवल झूठे नारों में।
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार चल रहा है। सपा मुखिया अपने पीडीए फार्मूले की बात हर जनसभा और हर कार्यक्रम में कर रहे हैं। उन्होंने हरदोई में पत्रकारों से कहा कि भाजपा नकारात्मक राजनीति करती है, नफरत फैलाती है। भाजपा सरकार पीडीए की ताकत से घबराई हुई है, इसलिए राजनीति के इतिहास का सबसे खराब और नकारात्मक नारा लेकर आई।
उन्होंने कहा, पीडीए सबको जोड़ेगा और जीतेगा। पीडीए परिवार सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा है। सामाजिक सद्भाव के रास्ते पर चल रहा है। विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सभी नौ सीटें हारने जा रही है। सपा मुखिया ने इस फार्मूले का इस्तेमाल कर अपने उम्मीदवार भी तय किए हैं।