आरयू वेब टीम। तमिलनाडु सरकार ने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक व फेक न्यूज के खिलाफ अभियान चलाने वाले मोहम्मद जुबैर को सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार से सम्मानित किया है। मोहम्मद जुबैर को कोट्टई अमीर सांप्रदायिक सद्भाव पुरस्कार 2024 प्रदान किया गया। जुबैर तमिलनाडु के कृष्णागिरि जिले के डेंकानिकोट्टई के मूल निवासी हैं।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा मोहम्मद जुबैर को दिए गए प्रशस्ति पत्र में लिखा है, “उनका काम समाज में फर्जी खबरों के कारण होने वाली हिंसा को रोकने में मदद करता है।” ऑल्ट न्यूज ने फर्जी खबरों के पीछे की सच्चाई को सामने लाई, जिसमें कहा गया था कि तमिलनाडु में प्रवासी श्रमिकों पर हमला किया जा रहा है। जुबैर ने वीडियो की जांच के बाद कहा था कि तमिलनाडु में प्रवासी मजदूरों पर हमले का वीडियो फर्जी है। जाहिर तौर पर उनकी तथ्य जांच से तमिलनाडु में बड़ी हिंसा रुक गई।
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वहीं समारोह के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने यू. आई अम्मल उर्फ पूर्णम को मुख्यमंत्री का विशेष पुरस्कार भी सौंपा, जिन्होंने वाई. कोडिकुलम में मदुरै ईस्ट पंचायत यूनियन मिडिल स्कूल को हाई स्कूल के रूप में अपग्रेड करने के लिए अपनी 1.52 एकड़ जमीन दान की थी। उन्होंने अपनी बेटी जननी की याद में अपनी जमीन दान कर दी थी, जिनका निधन हो गया था।
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गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री स्टालिन ने थूथुकुडी जिले के कयालपट्टिनम के मछुआरे यासर अराफात को वीरता के लिए अन्ना पदक, 2024 भी प्रदान किया, जिन्होंने विनाशकारी बाढ़ से लगभग 250 लोगों को बचाने के लिए सिंगीथुराई के एक दर्जन से अधिक मछुआरों का नेतृत्व किया था।