आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा सांसद वरुण गांधी लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। किसानों के मुद्दे से प्रदेश और केंद्र पर हमले की शुरुआत करने वाले वरुण गांधी ने बैंक और रेलवे के निजीकरण पर सवाल उठाए हैं। भाजपा सांसद ने दावा किया कि राष्ट्रीयकृत संस्थानों के निजीकरण के पांच लाख लोगों को जबरन रिटायर किया जाएगा, इससे देश में बेरोजगारी बढ़ेगी।
वरुण गांधी ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर दावा किया कि, केवल बैंक और रेलवे का निजीकरण ही पांच लाख कर्मचारियों को ‘जबरन सेवानिवृत्त’ यानि बेरोजगार कर देगा। समाप्त होती हर नौकरी के साथ ही समाप्त हो जाती है लाखों परिवारों की उम्मीदें। सामाजिक स्तर पर आर्थिक असमानता पैदा कर एक ‘लोक कल्याणकारी सरकार’ पूंजीवाद को बढ़ावा कभी नहीं दे सकती।
तीन दिन पहले भी अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर बैंकों से कर्ज लेकर विदेश भागने वाले नीरव मोदी और विजय माल्या को धनपशु बताया था। साथ ही उन्होंने अपने ‘मजबूत सरकार’ से एक्शन लेने की उम्मीद जताई थी।
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मालूम हो कि इससे पहले भी फरवरी महीने में ही भाजपा के सांसद वरुण गांधी ने कर्ज के बोझ से दबे लोगों की खुदकुशी का मामला उठाया था। उन्होंने गोल्ड लोन की रकम नहीं चुकाने वालों की जूलरी बेचने फैसले का विरोध किया था। वह युवाओं के रोजगार, किसान आंदोलन के समर्थन में, महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर, यूपी में 27 परीक्षाएं कैंसिल होने जैसे मसलों पर गंभीर सवाल उठाते रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने लखीमपुर खीरी केस में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग की थी।