आरयू वेब टीम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश में नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जानबूझकर गलत जानकारी फैलाई गई। विरोधियों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि विपक्ष में बैठी पार्टियों का काम सिर्फ लोगों को गुमराह करना है। पीएम ने कहा कि असम के साथ-साथ देश में के किसी भी हिस्से में घुसपैठियों के लिए कोई जगह नहीं है।
मोदी असम के स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा नीत नेडा संयोजक हिमंता बिस्वा सर्मा के विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा में बोले कि कुछ लोगों ने देश को बर्बाद कर दिया है। हमारी सरकार पूर्वोत्तर की जनता के अधिकारी की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी कांग्रेस के साथ ही अन्य विरोधियों पर हमला जारी रखते हुए बोले कि जो दिल्ली में एसी के कमरे में बैठते हैं और जिनका काम है सिर्फ संसद में हर बात का विरोध करना है, वह इस बिल को लेकर सिर्फ गलत सूचना फैला रहे हैं।
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मोदी ने आगे कहा कि यह पूर्वोत्तर के लोगों से एक राष्ट्रीय प्रतिबद्धता है कि उन्हें किसी तरह नुकसान नहीं होगा और जांच एवं राज्य सरकारों की सिफारिश के बाद ही नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह समझा जाना चाहिए कि बलपूर्वक देश में घुसे लोगों और अपनी आस्था के चलते घर से भागने और अपनी जान बचाने वाले’’ लोगों के बीच फर्क है, दोनों समान नहीं हैं।
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उन्होंने कहा हम उन लोगों को शरण देने के प्रति प्रतिबद्ध हैं जो पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हैं और जिन्हें उनपर ढाए गए जुल्मों के चलते सब कुछ छोड़ कर भागना पड़ा। वे हमारे देश में आए हैं और भारत मां के विचारों और लोकाचार को अपनाया है। भाजपा 36 साल पुराने असम समझौते को लागू करने के प्रति वचनबद्ध है और उसके अनुबंध 36 के क्रियान्वयन के लिए एक समिति का गठन इसकी दिशा में एक कदम है।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार असम को देश का तेल और गैस का केंद्र बनाने के प्रति वचनबद्ध है और 14000 करोड़ रूपये की परियोजनाएं पिछले चार साल में पूरी की गई हैं। उनकी सरकार असम और पूर्वोत्तर की भाषा, संस्कृति, संसाधन, आशा और आकांक्षाओं के संरक्षण के लिए कटिबध है।
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