आरयू ब्यूरो, लखनऊ/अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच अगस्त को राम जन्मभूमि मंदिर के प्रस्तावित भूमि पूजन व शिलान्यास की तैयारियों का जायजा लेने शनिवार को अयोध्या पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री ने राम जन्मभूमि स्थल पर भगवान राम कि पूजा की और भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण को नए आसन पर विराजमान कराया। साथ ही अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।
परिसर में राम मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी व ट्रस्ट के लोग मौजूद रहे। न्यास कार्यशाला में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सीएम को तराशी गई शिलाओं के बारे में जानकारी दी।
इसके अलावा योगी ने अयोध्या में पांच अगस्त को पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारी को लेकर आज अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने साधु-संतों से भी मुलाकात की। वहीं हनुमानगढ़ी में दर्शन किए। इसके बाद राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में जाकर तैयारी परखीं।
सीएम ने कारसेवकपुरम में बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या के सामने एक अवसर है कि दुनिया जिस प्रकार से अयोध्या को देखना चाहती है उस प्रकार की क्षमता हम लोगों में है या नहीं। ये हमें स्वयं अपने आत्म अनुशासन के माध्यम से दुनिया को साबित करना है, अयोध्या को देश और दुनिया का गौरव प्रदान करेंगे।
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मुख्यमंत्री ने आगे ये भी कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि के लिए संगठित रूप से देशव्यापी आंदोलन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मार्गदर्शन में विश्व हिन्दू परिषद ने संतों के निर्देशन में चलाया और परिणाम हमारे सामने आया।कारसेवकपुरम में बैठक समाप्त करने के बाद सीएम साकेत महाविद्यालय पहुंचे।
गौरतलब है कि श्रीराम जन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन में पांच अगस्त को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित करने की योजना है। राम जन्मभूमि तीर्थ श्रेत्र ट्रस्ट ने राम मंदिर के नए मॉडल पर मुहर लगा दी है। श्रीराम मंदिर के वैराट्य और भव्यता में चार चांद लगाने वाले नए मॉडल पर ट्रस्ट की मुहर लगने के बाद रामनगरी में भूमिपूजन की तैयारियां जोरशोर से चल रही।