आरयू वेब टीम।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े सरकार की मदद से चलने वाले हेल्थ केयर कार्यक्रम आयुष्मान भारत का शुभारंभ रांची में किया है। आयुष्मान भारत योजना से करीब 50 करोड़ भारतीयों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है। पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
इस मौके पर आज प्रधानमंत्री ने कहा कि 70 सालों के इतिहास में विपक्ष की अधिकतर सरकारों ने देश की गरीब जनता की आंखों में ‘गरीबी हटाओ’ के नाम पर धूल झोंका, जबकि मेरी सरकार आयुष्मान भारत जैसी योजनाएं देश की गरीबी को सचमुच दूर करने के लिए लेकर आयी है। गरीबी हटाओ के नारे आजादी के समय से ही सुन रहे हैं। गरीबों के आंख में धूल झोंकने वाले लोग अगर आज से 30-50 साल गरीबों को सशक्त करने का काम करते तो ऐसी हालत नहीं होती। उनकी गलतियों की वजह से देश को भुगतना पड़ रहा है।
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योजना के बारे में आगे जानकारी देते हुए पीएम ने कहा कि आप हेल्प लाइन नंबर 14555 पर जानकारी ले सकते हैं कि आपका इस योजना में नाम है या नहीं, आपको क्या लाभ मिल सकता है। देश में तीन कॉमन सर्विस सेंटर हैं। उन सभी जगह पर वह जानकारी ले सकते हैं।
इसके अलावा उन्होंने योजना के बारे मे बताते हुए कहा कि पांच लाख तक का जो खर्च है उसमें अस्पताल में भर्ती होने के अलावा जरुरी जांच, दवाई, भर्ती से पहले का खर्च और इलाज पूरा होने तक का खर्च भी शामिल है। अगर किसी को पहले से कोई बीमारी है तो उस बीमारी का भी खर्च इस योजना द्वारा उठाया जाएगा।
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साथ ही ये योजना कितनी व्यापक है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कैंसर, दिल की बीमारी, किडनी और लीवर की बीमारी, डायबटीज समेत 1300 से अधिक बीमारियों का इलाज शामिल है। इन गंभीर बीमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं बल्कि अनेक प्राइवेट अस्पतालों में भी किया जा सकेगा। पूरी दुनिया में सरकारी रुपये से इतनी बड़ी योजना किसी भी देश में दुनिया में नहीं चल रही है।