आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए जहां अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर राजनीत तेज होती दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी मंगलवार को अयोध्या मामले में बाबरी मस्जिद के मुस्लिम पैरोकार इकबाल अंसारी ने बड़ा बयान देते हुए इसपर न सिर्फ राजनीत बंद करने की मांग की है, बल्कि उन्होंने आज ये भी कहा है कि अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाता है, तो उन्हें इस पर कोई ऐतराज नहीं है। यदि राम मंदिर के निर्माण के लिए अध्यादेश लाया जाता है।
अयोध्या स्थित अपने आवास पर मीडिया से मुखाबित इकबाल अंसारी ये भी बोले कि यदि अध्यादेश लाया जाना देश के लिए अच्छा है, तो लाएं। हम कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं, हम कानून का पालन करेंगे।
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बताते चलें कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का मामला भले ही सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हो, मगर इस पर बयानबाजियों का दौर जारी है। संघ से लेकर बीजेपी का एक बड़ा तबका है जो मंदिर निर्माण को लेकर अध्यादेश लाने की बात कह चुका है। मगर अभी तक इस पर सरकार की ओर से पुष्ट बयान नहीं आया है।
दूसरी ओर इससे पहले हिंदू साधु-संतों ने संत समागम में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से अध्यादेश लाने या कानून बनाने की मांग की थी। संतों ने इस बात पर जोर दिया कि अदालत को भी जन-भावनाओं का आदर करना चाहिए। समागम में राम मंदिर निर्माण के लिए आगे की रणनीति तय की गई, जिसके अनुसार, अयोध्या, दिल्ली, बेंगलुरू और नागपुर समेत विभिन्न शहरों में अगले दो महीने तक विशाल जनसभाओं का आयोजन कर जनभावना जगाई जाएगी।
वहीं अगामी 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की तरफ से धर्मसभा का आयोजन किया जा रहा है। जिसका मकसद राम मंदिर के पक्ष में देश भर में माहौल बनाना है। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी में मामले की सुनवाई करने की बात कही है।