स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ कर बोलीं अनुपमा जायसवाल, CM योगी की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा बेसिक शिक्षा विभाग

स्कूल चलो अभियान
छात्र को बैग और किताब देतीं शिक्षा मंत्री साथ में वरिष्ठ अधिकारीगण।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। शिक्षा के कारण ही मनुष्य और पशुओं में अंतर है, क्योंकि मनुष्य के पास ज्ञान है, शिक्षा है। शिक्षा हमें असत्य, अंधकार, अज्ञानता जैसे बंधनों से मुक्‍त करने का काम करती है। ये बातें सोमवार को यूपी की बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान में स्कूल चलो अभियान -2019 का शुभारंभ कर कही।

बतौर चीफ गेस्‍ट अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के बच्चों के भविष्य को संवारने का काम किया है। उनकी प्रेरणा से यूपी बेसिक शिक्षा विभाग निरंतर प्रगति की ओर बढ़ रहा। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों का कायाकल्प भी हो रहा है। आज यूपी में तमाम ऐसे सरकारी स्कूल है जिनमें स्मार्ट क्लास चल रही है। विद्यालयों को आकर्षक पेंटिंग, शौचालय, बाउण्ड्रीवाल के साथ-साथ शुद्ध पेयजल, विद्युत तथा पंखे एवं समुचित लाइट की व्यवस्था की गयी है।

अभिभावकों ने हम पर जताया भरोसा, अब एक करोड़ 80 लाख तक पहुंचाना है संख्‍या

शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूल चलो अभियान से छात्र नामांकन वर्ष 2016-17 से निरंतर बढ़ रहा है। यह आंकड़ा यह बताता है कि अभिभावकों ने हम पर भरोसा जताया है। बच्चों का मनोबल बढ़ा और समाज आज बेसिक शिक्षा विभाग को उम्मीद भरी नजरों से देखने लगा है। हमारा लक्ष्य इस वर्ष छात्रों की संख्या को बढ़ाकर एक करोड़ 80 लाख तक पहुंचाना है।

बच्‍चों के मौलिक गुण को निखारे शिक्षक

शिक्षकों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी शिक्षक बच्चों के अंदर के मौलिक गुण को निखारने का काम करें, यदि आप ऐसा करते हैं तो आप एक कुशल शिल्पी कहे जाएंगे। बच्चा कोरी पटरी होता है जो आप लिख देते हैं वह जीवन भर उसके व्यक्तित्व का हिस्सा बन जाता है। शिक्षक समाज को गढ़ने एवं बनाने का काम करता है। यह गौरव शिक्षकों के हिस्से में ही आता है कि आप किसी माटी के पुतले में वो जान फूंक देते हैं, और उन गुणों को भर देते हैं कि वह जहां भी जाता है अपने शिक्षक के नाम से जाना जाता है। जो सम्मान शिक्षकों को मिलता है, वह शायद ही किसी को मिलता होगा।

अपने आसपास के स्‍कूलों को लें गोद

साथ ही उन्‍होंने आगे कहा कि शिक्षक अपने आसपास के स्कूलों को गोद लें, क्योंकि जब आप उस स्कूल के साथ अपने आपको जोड़ लेते हैं तो आप में मेरा स्कूल का भाव आ जाएगा और उस स्कूल की स्थिति भी आपके अनुसार बदल जायेगी।

बच्‍चों को दिए बैग, किताब और ड्रेस

छात्रों की सुविधाओं को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि बच्चों को मिलने वाली सुविधाएं- जूता, मोजा, किताबें, स्कूल बैग, यूनिफार्म सभी में गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जा रहा है। बच्चों को किताबें समय से मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए हम इस वर्ष को शिक्षा के उन्नयन वर्ष के रूप में मना रहे हैं। कार्यक्रम में बेसिक शिक्षामंत्री ने बच्चों को स्कूली बैग, किताबें और ड्रेस भी दिए।

सवाल पूछने के लिए भी प्रेरित करता है अच्छा शिक्षक

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने कहा कि शिक्षा से मूल्यवान चीज दुनिया में कुछ भी नहीं है, क्योंकि शिक्षा सबसे ज्यादा ताकत और उज्जवल भविष्य देती है। सब बच्चे एक मिट्टी की तरह हैं और शिक्षक के हाथ में वो कला है जो इस मिट्टी को सोना में बदल दे। एक अच्छा शिक्षक बच्चों के सवाल का सिर्फ उत्तर ही नहीं देता, बल्कि सवाल पूछने के लिए भी प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि वही शिक्षक अच्छा शिक्षक है जो आशा को प्रेरित करता है, कल्पना को प्रज्ज्वलित करता है और सीखने के प्रति प्रेम जगाता है।

इस दौरान बेसिक शिक्षा विभाग की सचिव मनीषा त्रिघाटिया, विशेष सचिव आनंद सिंह, डीपी सिंह, सलाहकार एसएसए दिनेश शर्मा, संयुक्‍त निदेशक गणेश कुमार एवं अक्षय पात्र के जीएम सुनील मेहता, अनूप चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक उपस्थित थे।