बड़ी खबर: मायावती ने अब मुख्‍तार अंसारी को माफिया बता काटा विधानसभा टिकट, BSP सरकार बनने पर सख्‍त कार्रवाई की भी कही बात

मायावती मुख्‍तार

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। साल 2017 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले बाहुबलि मुख्‍तार अंसारी के परिवार को खुद बसपा में शामिल करने वाली यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने शुक्रवार को मुख्‍तार अंसारी को माफिया बताते हुए 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा से टिकट काट दिया है। मऊ विधानसभा सीट से टिकट काटने के साथ ही आज मायावती ने मुख्‍तार अंसारी को न सिर्फ खुलकर माफिया बताया है, बल्कि यूपी में बसपा की सरकार पर बनने पर सख्‍त कार्रवाई करने की भी बात कही है।

साल 2017 में पार्टी में शामिल करने के दौरान मुख्‍तार अंसारी को कृष्‍णानंद हत्‍याकांड में फंसाए जाने की बात कहने वाली मायावती का यह फैसला मुख्‍तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्‍लाह अंसारी के सपा में शामिल होने के 13 दिन बाद सामने आया है। हालांकि सिबगतुल्‍लाह के सपा में जाने के साथ ही इस बात की आशंका जतायी जा रही थी कि बीएसपी विधायक मुख्‍तार के अलावा उनके भाई बसपा सांसद अफजाल अंसारी व उनके परिवार के अन्‍य सदस्‍यों को बीएसपी से बाहर का रास्‍ता दिखा सकती हैं।

भीम राजभर के कंधो पर दी मुख्‍तार को हराने की जिम्‍मेदारी

मुख्‍तार अंसारी के बाद अब मऊ विधानसभा सीट से अब मायावती ने बीएसपी के प्रदेश अध्‍यक्ष भीम राजभर को टिकट दिया है। बसपा सुप्रीमो के इस फैसले के बाद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक मुख्‍तार को हराने के लिए भीम राजभर जोर लगाते दिखाई देंगे।

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अपने इस फैसले के बारे में आज ट्विट करते हुए मायावती ने कहा कि बीएसपी का अगामी यूपी विधानसभा आमचुनाव में प्रयास होगा कि किसी भी बाहुबलि व माफिया आदि को पार्टी से चुनाव न लड़ाया जाए। इसके मद्देनजर ही आजमगढ़ मंडल की मऊ विधानसभा सीट से अब मुख्तार अंसारी का नहीं, बल्कि यूपी के बीएसपी स्टेट अध्यक्ष  भीम राजभर के नाम को फाइनल किया गया है।

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मायावती ने इसके पीछे अपना तर्क देते हुए ट्विट में कहा है कि जनता की कसौटी व उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के प्रयासों के तहत ही लिए गए इस निर्णय के फलस्वरूप पार्टी प्रभारियों से अपील है कि वे पार्टी उम्मीदवारों का चयन करते समय इस बात का खास ध्यान रखें, ताकि सरकार बनने पर ऐसे तत्वों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने में कोई भी दिक्कत न हो।

वहीं अपने अंतिम ट्विट में मायावती ने दावा किया कि बीएसपी का संकल्प ’कानून द्वारा कानून का राज’ के साथ ही यूपी की तस्वीर को भी अब बदल देने का है, ताकि प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि बच्चा-बच्चा कहे कि सरकार हो तो बहनजी की ’सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय’ जैसी तथा बीएसपी जो कहती है वह करके भी दिखाती है यही पार्टी की सही पहचान भी है।

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