आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गोमतीनर स्थित फन मॉल के पास बीती रात बाइकसवार बदमाशों ने कार को टक्कर मारने के बाद उसमें बैठे लोगों से पांच लाख रुपए लूट लिए। घटना के करीब 20 घंटे बाद तक पुलिस लूट की घटना फर्जी बताने के साथ इसे धोखधड़ी का मामला बताती रही। वहीं दूसरी ओर कार ड्राइवर के भाई ने पुलिस पर फर्जी फंसाने का आरोप लगाया है।
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एसएसआई गोमतीनगर के अनुसार गोमतीनगर विस्तार स्थित सरस्वती अर्पाटमेंट निवासी आरटीओ मनीष वर्मा के कर्मचारी विकास सिंह और अंशु शुक्ला कल रात शाहजहांपुर से मनीष वर्मा का पांच लाख रुपए लेकर प्राइवेट कार से लौट रहे थे। कार निशातगंज निवासी देवेन्द्र कुमार चला रहा था। रास्ते में पांच लाख रुपए देख तीनों की नियत बदल गई और उन्होंने पैसा हड़पने के पुलिस को फन मॉल के पास नकदी लूटे जाने की जानकारी दे दी। पुलिस की जांच में लूट की बात सही नहीं मिली है। इस आधार पर मनीष वर्मा की तहरीर पर तीनों के ही खिलाफ भदवि की धारा 406 के तहत अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
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वहीं दूसरी ओर देवेन्द्र कुमार के भाई सन्नी ने मीडिया को बताया कि फन मॉल के पास देवेन्द्र कुमार की इंडिगो पहुंचने पर पीछे से अपाचे सवार बदमाशों ने कार को टक्कर मार दी थी। कार के रुकते ही दूसरी अपाचे बाइक से दो और बदमाश वहां पहुंच गए और ईंट से वारकर उसके भाई व कार में बैठे दो अन्य लोगों को घायल कर कार में रखा नोटों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। सूचना देने के बाद मौके पर पहुंची गोमतीनगर पुलिस लुटेरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें तलाशने की जगह उसके भाई को ही फंसाने की कोशिश में कल से लगी है।
प्रथम दृष्टया मामला लूट का नहीं लग रहा है। विभिन्न बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। जांच के बाद जो सही होगा उसी हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। अनुराग वत्स, एएसपी नार्थ
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