आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। आज से शुरू होने वाले इस दो दिवसीय दौरे के पहले दिन पीएम ने 23 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। काशिवासियों को बड़ी सौगात दी।
लोकार्पित परियोजनाओं में 300 करोड़ की लागत वाले पं. दीनदयाल हस्तकला एवं व्यापार सुविधा केन्द्र, माइक्रो फाइनेंस के लिए उत्कर्ष बैंक, गंगा पर बने दो पुल और बिजली का एक उपकेंद्र प्रमुख है। आज से शुरू होने वाले दोनों पुल करीब 12 साल में तैयार हुए है।
दौरे की शुरुआत उन्होंने बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर के उद्घाटन से की। इसके बाद मोदी ने महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। काशी को वडोदरा से जोड़ने वाली यह ट्रेन हफ्ते में एक दिन चलेगी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी के लोगों को एक जल एम्बुलेंस सेवा और एक जल शव वाहन सेवा भी समर्पित की। वहीं तुलसी मानस मंदिर और दुर्गा मंदिर में प्रधानमंत्री ने दर्शन पूजन भी किया।
बनारस पहुंचे मोदी ने योजनाओं में हुई लेटलतीफी पर पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी खजाने का उपयोग सिर्फ चुनावी गतिविधियों के लिए किया। पहली बार हमने विकास को प्राथमिकता दी है। उन्होंने चुटकी ली कि जिन परियोजनाओं का हम शिलान्यास करते हैं, उद्घाटन भी हम ही करते हैं।
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वहीं प्रधानमंत्री ने कहा कि हस्तशिल्पियों एवं बुनकरों के पास उनके पुरखों की बड़ी अमानत है जो पूरी दुनिया को चकाचौंध कर सकती है। बशर्ते अपनी हुनर का प्रयोग आधुनिक तरीके से करें। उन्हें वैश्विक बाजार उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने बुनकरों-हस्तशिल्पियों से अपील कि अपने हुनर को मिटने न दें। इससे अपनी आने वाली पीढ़ियों को जोड़ें। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनकर फेसीलिटी सेंटर सिर्फ एक इमारत नहीं, यह भारत की, काशी क्षेत्र के बुनकरों के सामर्थ्य का प्रतीक है जो भविष्य में विकास की राह खोलेगा।
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