बनी रहेगी भाजपा-शिवसेना की दोस्‍ती, साथ लड़ेंगे लोकसभा-विधानसभा चुनाव, सीट बंटवारे का समीकरण भी ऐसे हुआ तय

भाजपा शिवसेना
गठबंधन के ऐलान के साथ इस तरह नजर आएं अमित शाह व उद्धव ठाकरे साथ में महाराष्ट्र के सीएम व अन्य।

आरयू वेब टीम। 

मोदी सरकार की नीतियों और भाजपा पर रह-रहकर निशाना साधने वाली शिवसेना को आखिरकार बीजेपी ने गठबंधन के लिए मना ही लिया। आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और शिवसेना ने सोमवार की शाम गठबंधन का ऐलान कर दिया है।

गठबंधन की औपचारिक घोषणा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की। महाराष्‍ट्र लोकसभा की 48 सीटों में से जहां बीजेपी 25 वहीं शिवसेना 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं 288 सीट सदस्यीय विधानसभा में दोनों दल अपने सहयोगियों को सीट देने के बाद बची हुई सीट पर भी बराबर की संख्या में चुनाव लड़ेंगे। राजनीतिक हलके में इसे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है।

फडणवीस के साथ आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गठबंधन को लेकर संयुक्‍त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके साथ ही साफ हो गया कि बीजेपी और शिव सेना की दोस्‍ती आगे भी जारी रहेगी।

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महाराष्‍ट्र के सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारा 25 सालों का रिश्ता है। भाजपा शिवसेना पिछला विधानसभा चुनाव साथ नहीं लड़ पाए। कुछ विषयों के ऊपर हमारे विचार में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन सैद्धांतिक रूप से दोनों पार्टियां हिंदुत्ववादी और राष्ट्रीय विचारों वाली पार्टियां हैं। दोनों पार्टियां चाहती हैं कि अयोध्या में राम मंदिर जल्द से जल्द बने और हम ऐसा करेंगे। किसानों के मुद्दे पर हमारी बातचीत हुई है। महाराष्ट्र में अधिकतम 50 लाख किसानों की कर्जमाफी हुई है। जो किसान छूट गए हैं, उन्हें भी इसके तहत लाने का फैसला किया है।’

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वहीं इस गठबंधन पर प्रसन्‍नता जाहिर करते हुए बीजेपी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने कहा कि मुझे खुशी है कि जो थोड़ा मन-मुटाव हुआ था, आज इस टेबल पर उसे भुलाकर शिवसेना और भाजपा ने आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। भाजपा शिवसेना के करोड़ों कार्यकर्ताओं की इच्छा आज पूरी हुई। केंद्र और महाराष्ट्र में फिर से एनडीए की सरकार बने। भाजपा के सबसे पुराने साथी शिवसेना और अकाली दल हैं।’

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बीजेपी-शिव सेना के रिश्‍तों पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि देश की सुरक्षा, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को लेकर दोनों पार्टियों ने दशकों तक संघर्ष किया है और विजयी हुए हैं। हम राज्य में कम से कम 45 सीटें जीतेंगे। केंद्र में भी शिवसेना हमारे साथ है। मुझे भरोसा है कि आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टी के कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ेंगे और जीतेंगे। मैं बाला साहेब ठाकरे और अटल जी को याद करता हूं और उद्धव ठाकरे जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मन-मुटाव खत्म किया।’