आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि जिला मुख्यालयों की नगर पालिकाएं बेहतरीन नगरीय अवस्थापना का मानक बनेंगी। साथ ही योगी ने जिला मुख्यालयों की नगर पालिकाओं को स्मार्ट और विकसित नगर पालिका के रूप में विकसित करने की योजना का शीघ्र क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को लखनऊ में नगर विकास विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मार्ट-विकसित नगर पालिका योजना का उद्देश्य जिला मुख्यालयों की नगर पालिकाओं को आधुनिक, आत्मनिर्भर और नागरिक-केंद्रित नगर पालिका के रूप में विकसित करना है।
इस दौरान अधिकारियों ने सीएम को बताया कि योजना के तहत नगर पालिकाओं में गौरव पथ, पिंक टॉयलेट, शहरी सुविधा केंद्र, स्मार्ट कक्षा एवं आंगनबाड़ी, थीम पार्क, ऐतिहासिक धरोहर संरक्षण, जलाशयों का जीर्णोद्धार, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन और डिजिटल सेवाओं जैसी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
जारी बयान में कहा गया है कि अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को सूचित किया कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने के लिए उत्सव भवन, सामुदायिक केंद्र और ‘एक जिला, एक उत्पाद’ आधारित ढांचे भी स्थापित किए जाएंगे। बयान के अनुसार, योगी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक नगर पालिका में परियोजनाओं का चयन स्थानीय आवश्यकताओं के आधार पर किया जाए और वित्तीय संसाधनों का आवंटन नगर निकायों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति के अनुसार हो।
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अधिकारियों ने बताया कि नगर निकायों को चार करोड़ से दस करोड़ रुपये तक का अनुदान उपलब्ध कराए जाने का प्रस्ताव है, जो उनकी जनसंख्या और कार्यदक्षता पर आधारित होगा।एक अन्य महत्वपूर्ण निर्देश में मुख्यमंत्री ने सभी नगर निगमों में निवासियों के कर बकाये में विसंगतियों के तत्काल समाधान पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाकर लोगों से आपत्तियां आमंत्रित की जाएं और समाधान शिविर लगाकर नागरिकों की समस्याओं का उचित निवारण किया जाए।