बेरोजगारी पर वरुण गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, पूछा कहां गया 60 लाख पदों के लिए आवंटित बजट

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फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मोदी सरकार की नीतियों पर हमला बोलने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को एक बार फिर अपनी ही सरकार को बेरोजगारी का मुद्दा उठाकर घेरा। वरुण ने सरकार से सवाल किया कि ‘जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आंकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं।’

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बेरोजगारी का आंकड़ा जारी किया है। आंकड़ा जारी करने के साथ ही वरुण गांधी ने कहा, जब बेरोजगारी तीन दशकों के सर्वोच्च स्तर पर है तब यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं। जहां भर्तियां न आने से करोड़ों युवा हताश व निराश है, वहीं ‘सरकारी आंकड़ों’ की ही मानें तो देश में 60 लाख ‘स्वीकृत पद’ खाली हैं। कहां गया वो बजट जो इन पदों के लिए आवंटित था? यह जानना हर नौजवान का हक है!

यह पहली बार नहीं, जब वरुण गांधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर अपनी सरकार को घेरा हो। इससे पहले भी वरुण गांधी बेरोजगारी और पेपर लीक मामले पर अपनी सरकार को घेर चुके है। इससे पहले वरुण गांधी ने एक छात्र की तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा था, कि जिस पद की आकांक्षा में छात्र खून पसीना एक कर देते है, परिजन अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं, उसकी यूं खुलेआम बोली लगते देख लाखों मेहनतकश युवाओं का मनोबल टूट रहा है। #यूपीएसआइ2021भर्ती में धांधली हुई है, पकड़े गए दर्जनों लोग इसके गवाह हैं।

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न्याय की गुहार में मैं आप सभी के साथ हूं। ऐसी धांधलियों से वर्षों तक अपना पेट काट कर बच्चों को पढ़ाने वाले माता-पिता की कुर्बानियों का भी अपमान होता है। आशा करता हूं की सरकार छात्रों की मांग को मानेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति ना हो इसके लिए कठोर कदम भी उठाएगी।

मालूम हो कि वरुण गांधी रिक्त पदों और लीक होते पेपर पर ट्वीट कर रहे है। इससे पहले भी सांसद वरुण गांधी ने रिक्त पदों पर भर्ती ना आने का मुद्दा ट्विटर के जरिए उठाया था और पेपर लीक होने के मामलों का जिम्मेदार शिक्षा माफिया को भी बताया था।

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