आरयू ब्यूरो,वाराणसी। कृषि कानून को लेकर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कानून वापस लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की सराहना करते हुए यह भी कहा कि जरूरत पड़ी तो दोबारा कृषि कानून बनाया जाएगा, फिलहाल इसे वापस लिया जा रहा है। केंद्र सरकार का निर्णय सराहनीय है। कृषि कानून किसानों के हित में था।
साथ ही कहा कि सरकार ने किसानों को समझाने की लगातार कोशिश की। फिर भी किसान आंदोलित थे और अड़े थे कि कानून वापस लिया जाए। अंत में सरकार को यह लगा कि कानून वापस ले लिया जाए, फिर आगे इस संबंध में कानून बनाने की जरुरत पड़ी तो दोबारा बनाया जाएगा। फिलहाल इसे वापस लिया जा रहा है। कलराज मिश्रा ने यह बात शनिवार को भदोही में मीडिया से बातचीत में कही।
किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों में करीब एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसकी शुरुआत दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू सीमा पर प्रदर्शन से हुई थी। वहां से यह आंदोलन धीरे-धीरे दिल्ली और उत्तर प्रदेश स्थित गाजीपुर सीमा और अन्य जगहों तक फैल गया।
यह भी पढ़ें- आखिरकार प्रधानमंत्री मोदी ने खुद किया ऐलान, तीनों कृषि कानून ले लेंगे वापस
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की जब घोषणा की कि सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है, तो इन तीनों धरनास्थलों पर विरोध करने वाले किसानों में राहत का भाव था। किसान पीएम मोदी के ऐलान के बाद खुशी से झूम उठे थे, हालांकि किसानों का एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात पर जरा भी भरोसा नहीं है। शायद यही वजह है कि किसान अपना आंदोलन समाप्त करने को तत्काल राजी नहीं है।