आरयू वेब टीम। एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने सोमवार को भारतीय वायु सेना प्रमुख के पद पर कार्यभार संभाल लिया। वह वायुसेना के 26वें प्रमुख बने हैं। उन्होंने एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ का स्थान लिया जो भारतीय वायु सेना में 41 साल सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त हो गए। भदौरिया ने पहले नेशनल वॉर मेमोरियल जाकर जवानों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही चीफ मार्शल का पद संभालते ही भदौरिया ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि राफेल लड़ाकू विमान के कारण भारत चीन और पाकिस्तान पर भारी पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ”राफेल एक सक्षम विमान है। यह गेम चेंजर होगा। राफेल भारत को पाकिस्तान और चीन से बढ़त दिलाएगा। वायुसेना प्रमुख से जब पूछा क्या कि क्या भविष्य में बालाकोट एयर स्ट्राइक फिर संभव है? उन्होंने कहा, ”हम तब भी तैयार थे, हम आगे भी तैयार रहेंगे। किसी तरह की चुनौती और खतरे से निपटने के लिए हम तैयार हैं।
यह भी पढ़ें- राफेल डील पर घिरी मोदी सरकार के बीच वायु सेना प्रमुख ने कहा, राफेल से मजबूत होगी एयर फोर्स
राकेश कुमार सिंह भदौरिया राफेल लड़ाकू विमान खरीद टीम के चेयरमैन रह चुके हैं। यही नहीं वायु सेना के उन चुनिंदा पायलटों में से एक हैं, जिन्होंने राफेल विमान उड़ाया है। जुलाई में भारत और फ्रांस की वायु सेनाओं के बीच गरुड़ अभ्यास के दौरान भदौरिया ने राफेल विमान उड़ाया था।
एयर चीफ मार्शल भदौरिया को जून 1980 में भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में शामिल किया गया और वह कई पदों पर रहे। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र भदौरिया ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ पुरस्कार भी जीता। करीब चार दशक की सेवा के दौरान भदौरिया ने जगुआर स्क्वाड्रन और एक प्रमुख वायु सेना स्टेशन का नेतृत्व किया।
यह भी पढ़ें- एयर चीफ ने 12 हजार जवानों को लिखा पत्र, कहा रहें तैयार
उन्होंने जीपीएस का इस्तेमाल कर जगुआर विमान से बमबारी करने का तरीका ईजाद किया, जो वर्ष 1999 में ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ में जगुआर विमान की बमबारी में भूमिका से खासतौर से जुड़ा है। भदौरिया को 26 तरह के लड़ाकू और परिवहन विमानों को 4,250 घंटों तक उड़ाने का भी अनुभव है।
Chief of the Air Staff, Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria, laid wreath at National War Memorial, today. He visited the #NWM after taking over as the Chief of Indian Air Force. pic.twitter.com/cW92IS5NxP
— Indian Air Force (@IAF_MCC) September 30, 2019