आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के शिवाजी महाराज पर दिए बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी इस पर तीखी टिप्पणी की है। शरद पवार ने गुरुवार को मुंबई में कहा, राज्यपाल ने सारी हदें पार कर दी हैं।
वहीं राज्यपाल के बयान पर आपत्ती जताते हुए शरद पवार ने आगे कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वालों को बड़े पद देना ठीक नहीं।
वहीं राज्यपाल कोश्यारी का विवाद सामने आने के बाद उद्धव ठाकरे गुट भी विरोध कर रहा है। संजय राउत समेत तमाम नेता विरोध कर चुके हैं और कोश्यारी को हटाने की मांग कर रहे हैं। कोश्यारी गुरुवार से दो दिनी दिल्ली दौरे पर हैं। इससे अटकलों का बाजार गर्म है।
इसके अलावा भाजपा सांसद छत्रपति उदयनराजे भोसले गांव ने भी राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर आपत्ति दर्ज करवाई है। उन्होंने कहा, राज्यपाल को दिल्ली तलब किया गया है। मुझे लगता है कि उन्हें हटाया जाएगा और हटाया जाना चाहिए। उनके बयान लोगों के बीच वैमनस्य पैदा कर रहे हैं।
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मालूम हो कि कोश्यारी ने एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनसीपी नेता शरद पवार को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करते समय बात कही थी। बकौल कोश्यारी, हम जब पढ़ते थे मिडिल में, हाईस्कूल में तो हमारे टीचर हमको वो देते थे.. हू इज अवर फेवरेट हीरो.. ऐसा, आपका फेवरेट लीडर कौन है.. तो हम लोग उस समय.. जिसको सुभाष चंद्र बोस अच्छे लगे उनको, जिनको नेहरू जी अच्छे लगे, जिनको गांधी जी अच्छे लगते थे.. तो मुझे ऐसा लगता है अगर कोई आपसे कहे कि हू इज योर आइकन, हू इज योर फेवरेट हीरो, बाहर जाने की कोई जरूरत नहीं है, यहीं महाराष्ट्र में आपको मिल जाएंगे.. शिवाजी तो पुराने युग की बात हैं, मैं नए युग की बात बोल रहा हूं, कहीं मिल जाएंगे। डॉक्टर अंबेडकर से लेकर के डॉक्टर गडकरी तक.. नितिन गडकरी साब तो यहीं मिल जाएंगे।’